गुरुग्राम के रेस्तरां में माउथ फ्रेशनर खाने की वजह से 5 लोगों को खून की उल्टी शुरू हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अब इस मामले में पुलिस ने गगनदीप नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं रेस्तरां का मालिक अभी भी फरार है.
मानेसर के एसीपी जब रेस्तरां में रेड मारने के लिए अपनी टीम के साथ पहुंचे तो रेस्तरां के सभी एंट्री-एग्जिट पर ताला लटका मिला. पुलिस के अनुसार, होटल के मैनेजर गगनदीप को गिरफ्तार कर लिया गया है, वह दिल्ली का रहने वाला है. जबकि रेस्तरां मालिक अमृतपाल सिंह फिलहाल फरार चल रहा है.
वही रेस्तरां में माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस खाकर बीमार पड़े लोगों की तबीयत अब ठीक हो गई है. उन्हें सोमवार देर रात अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
जानिए क्या होती है Dry Ice, जिसे रेस्तरां में माउथ फ्रेशनर की जगह खाकर खून की उल्टी करने लगे लोग
क्या है पूरा मामला?
ये पूरा मामला गुरुग्राम के La Forestta Cafe का है, यहां डिनर करने पहुंचे लोगों ने जब माउथ फ्रेशनर का सेवन किया, उन्हें खून की उल्टी होने लगी थी. जिसके बाद उन पांचों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें से चार की हालत गंभीर थी, जिन्हें आईसीयू वार्ड में रखा गया था. वहीं दूसरी ओर इस कैफे के मालिक और मैनेजर के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. अब इस मामले में पुलिस ने एक्शन लिया है और मैनेजर की गिरफ्तारी की है.
क्या होती है ड्राई आइस?
जब इन लोगों को अस्पताल में ले जाया गया तो वहां उनका इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया कि इन लोगों ने जो चीज खाई थी वो दरअसल ड्राई आइस है. यह कार्बन डाई ऑक्साइड का ठोस रूप होता है. इसका इस्तेमाल कूलिंग एजेंट के रूप में किया जाता है. अब मेडिकल से लेकर फूड इंडस्ट्री में इसका इस्तेमाल हो रहा है. यह एकदम सूखी बर्फ की तरह होती है और यह पानी से बनाई हुई नहीं होती है. यह काफी उपयोगी तो है, लेकिन यह काफी खतरनाक भी है.
इसकी खास बात ये है कि यह काफी ठंडी होती है. अगर घर वाली नॉर्मल बर्फ की बात करें तो उसका तापमान माइनस 2-3 होता है, लेकिन इसकी सतह का तापमान माइनस 80 डिग्री तक होता है. यह सामान्य बर्फ की तरह गीली नहीं होती है. आपने देखा होगा कि सामान्य बर्फ तो जैसे ही ज्यादा तापमान में आती है तो पिघलने लगी है और उसका पानी बन जाता है, लेकिन ड्राई आइस के साथ ऐसा नहीं है, यह ज्यादा तापमान में आने पर पिघलने की बजाय धुआं बनकर उड़ने लगती है.