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'कितने पद्म अवॉर्ड और पेंटिंग बेचकर पैसे जुटाए,' अनुराग ठाकुर का प्रियंका गांधी पर हमला

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पेंटिंग के मसले पर एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोला है. ठाकुर ने कहा कि यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर को पेंटिंग खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा था. इससे पहले राणा कपूर ने भी प्रियंका गांधी पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने पेंटिंग खरीदने के लिए मजबूर किया था.

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केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर. (फाइल फोटो)
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर. (फाइल फोटो)

यस बैंक के गड़बड़झाले में बीजेपी ने एक बार फिर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम उछाल दिया है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सीधा आरोप लगाया कि यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर को प्रियंका गांधी वाड्रा की एक पेंटिंग खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा था. उन्होंने सवाल पूछा कि कितने पद्म अवॉर्ड और पेंटिंग बेचकर पैसे जुटाए गए.

अनुराग ठाकुर ने कहा- मेरा प्रियंका गांधी से सवाल है कि किसने राणा कपूर को पेंटिंग खरीदने के लिए 2 करोड़ रुपये रिश्वत देने के लिए मजबूर किया? मिस्टर R कौन हैं जो इसमें शामिल थे, क्या यह पेंटिंग पद्म भूषण के लिए थी? कितने पद्म अवॉर्ड, पेंटिंग बेची गईं और पैसे जुटाए गए?

ठाकुर ने विदेशी संस्था FATF द्वारा जारी ‘Money Laundering & Terrorist Financing in the Art and Antiquities Market’ नाम की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी है. ठाकुर ने कहा- कांग्रेस का एक के बाद एक भ्रष्टाचार का मॉडल सामने आ रहा है. कभी नेशनल हेराल्ड कभी दूसरा, कभी तीसरा. अब एक विदेशी एजेंसी FATF की केस स्टडी में पाया गया है कि कैसे UPA की सरकार में एक केंद्रीय मंत्री द्वारा प्रियंका गांधी की पेंटिंग को 2 करोड़ रुपये में खरीदने का दबाव बनाया गया.

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'एक परिवार ने देश का सर शर्म से झुका दिया'

अनुराग ने कहा- अभी तक देश की मीडिया और लोग फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी FATF की चर्चा केवल इस बात के लिए करते थे कि पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में रहेगा या उससे भी आगे की लिस्ट में जाएगा. अब उसी FATF की फिर चर्चा है भारत के संदर्भ में. एक परिवार ने पूरी दुनिया के सामने देश का सर शर्म से झुका दिया है. FATF की एक केस स्टडी में देश की नहीं बल्कि देश के एक रसूखदार परिवार की कारगुजारियां शामिल हुई है.

'पूरी दुनिया को बताई जा रही करप्शन की कहानी'

अनुराग ठाकुर ने कहा- बड़े शर्म की बात है कि गांधी परिवार के करप्शन की कहानी केस स्टडी बनाकर पूरी दुनिया को बताई जा रही है, वो भी ऐसी संस्था द्वारा जो टैरर फाइनेंसिग को रोकने के लिए काम करती है. ठाकुर ने प्रियंका गांधी का नाम लेते हुए उनसे सीधा सवाल पूछा और कहा- मैं प्रियंका गांधी से पूछना चाहूंगा कि क्या ये दबाव बनाया गया था? और अगर बनाया गया तो आखिर क्यों? उस पेंटिंग से आये 2 करोड़ रुपए किस पर खर्च हुए? ये मिस्टर R कौन हैं जिनसे पैसे लेने और पेंटिंग देने का काम किया गया? वो देश में हैं या विदेश में हैं? 

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'भारत को बेचने का कोई मौका नहीं छोड़ा'

अनुराग ने आगे कहा- क्या पैसे के बदले पद्मभूषण, क्या पेंटिंग के बदले पद्मभूषण ये कांग्रेस का भ्रष्टाचार मॉडल है? और कितने राष्ट्रीय सम्मान आपने पैसे के बदले बेचे हैं? भारत को बेचने का कोई भी मौका आपने नहीं छोड़ा होगा. आज देश हीं नहीं पूरी दुनिया आपके भ्रष्टाचार के ऊपर सवाल पूछ रही है. प्रियंका जी को देश को जवाब देना चाहिए कि और ऐसे कितने भ्रष्टाचार के मॉडल कांग्रेस के पास हैं?

'प्रियंका को देश के सामने जवाब देना चाहिए'

अंत में कांग्रेस से जुड़े अन्य घोटालों का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा- इस मामले में भी गांधी परिवार के लिए यूं तो शर्मिंदगी वाला मामला बनता है, लेकिन वो माफी भी नहीं मांगेंगे. वो मुकर जाएंगे ये कहकर कि हमारा नाम इस रिपोर्ट में नहीं है, तो सच क्या है, प्रियंका गांधी को आकर देश के सामने इन सवालों के जवाब देने चाहिए. नेशनल हैराल्ड हो या वाड्रा जमीन घोटाला, एक दिन उनके सारे घोटाले उजागर होंगे और भारतीय अदालतें उनकी करतूतों का खुलासा कर सजा भी सुनाएंगी.

दरअसल, एक पेटिंग की नीलामी पर बीजेपी प्रियंका को घेर रही है. ये पेटिंग यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर ने प्रियंका से दो करोड़ में खरीदी थी. बता दें कि ये पेंटिंग मशहूर पेंटर एमएफ हुसैन ने बनाई थी. कैनवास पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की छवि को उकेरा था. ईडी के सूत्रों के मुताबिक, इस पेंटिंग को राणा कपूर ने दो करोड़ में खरीदा था. इस लेन-देन की भनक लगते ही बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोल दिया था. इतना ही नहीं, यस बैंक घोटाले के तार गांधी परिवार से जोड़ दिए थे. 

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राजीव गांधी

राणा कपूर ने भी लगाए थे आरोप

इससे पहले राणा कपूर ने प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के सामने बड़ा दावा किया था. उन्होंने ED को बताया था कि उन्हें प्रियंका गांधी वाड्रा से एमएफ हुसैन (MF Hussain) की एक पेंटिंग खरीदने के लिए मजबूर किया गया था. उन्होंने कहा कि जिस रकम का भुगतान किया गया था उसका उपयोग गांधी परिवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इलाज के लिए किया था. 

बता दें कि ये बात संघीय धन शोधन रोधी एजेंसी (Federal Anti-Money Laundering Agency) की ओर से दायर आरोपपत्र में सामने आई है. इतना ही नहीं, राणा कपूर ने ED के सामने कई दावे किए. राणा ने ED को बताया कि तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने उनसे कहा था कि अगर वह एमएफ हुसैन की पेंटिंग नहीं खरीदेंगे तो उन्हें गांधी परिवार के साथ संबंध बनाने में दिक्कत होगी. साथ ही, उन्हें 'पद्म भूषण' पुरस्कार भी नहीं मिल पाएगा.
 
2020 से न्यायिक हिरासत में हैं राणा कपूर 

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोप लगाया था कि राणा कपूर और दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन ने संदिग्ध लेनदेन के माध्यम से 5,050 करोड़ रुपये के फंड की हेराफेरी की थी. बता दें कि वह मार्च 2020 में हुई गिरफ्तारी के बाद से न्यायिक हिरासत में हैं.

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