दिल्ली के लाल किला के पास हुए भीषण कार ब्लास्ट का एक नया सीसीटीवी सामने आया है जिससे इस ब्लास्ट की भयावहता का अंदाजा लग रहा है. ब्लास्ट भले ही सड़क पर हुआ था लेकिन उसकी कंपन 40 फीट नीचे तक महसूस की गई. अंडरग्राउंड लालकिला मेट्रो स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज इसकी तस्दीक करते हैं.
फुटेज में साफ दिखता है कि धमाके के ठीक बाद पूरे अंडरग्राउंड स्टेशन की फ्लोरिंग, दुकानों के शटर, फूड-कॉर्नर की शेल्फ़ तक जोर से हिल गईं. लोग घबराकर इधर-उधर भागते दिखे.
जांचकर्ताओं का कहना है कि धमाका ठीक उस स्थान के ऊपर हुआ जिसके नीचे से दिल्ली मेट्रो की लाइन गुजरती है. अगर सड़क क्षतिग्रस्त होती, तो इसका सीधा असर नीचे चल रही मेट्रो संरचना पर पड़ सकता था.
13 लोगों की मौत
आपको बता दें कि लालकिला के पास सोमवार को व्हाइट हुंडई i20 में हुए धमाके में 13 लोगों की मौत हो गई थी. जांच टीम ने दूसरे वाहन की तलाश शुरू की तो बुधवार को जांचकर्ताओं को फरीदाबाद के खंदावली गांव में एक रेड फोर्ड इकोस्पोर्ट मिली, जो उसी ‘व्हाइट-कॉलर’ टेरर मॉड्यूल से जुड़ी बताई जा रही है. पुलिस ने उस व्यक्ति को भी हिरासत में लिया जिसने यह कार गांव में पार्क की थी.
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जांच में सामने आया कि आरोपियों ने वाहन-जनित IED के लिए तीन कारें तैयार की थीं. सफेद i20 (जिसमें ब्लास्ट हुआ), फोर्ड इकोस्पोर्ट (फरीदाबाद में बरामद) और तीसरी कार की तलाश जारी है.
सभी बॉर्डर पॉइंट्स और थाना क्षेत्रों में अलर्ट
सोमवार को पुलिस ने जिस व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया, उसके तार जैश-ए-मोहम्मद और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद से जुड़ते पाए गए. 2,900 किलो विस्फोटक, केमिकल्स, साहित्य और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बरामद किए गए. तीन डॉक्टरों सहित कुल आठ आरोपी गिरफ्तार किए गए, जो हरियाणा के अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े पाए गए.