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दिल्ली: शिकंजे में सोनू शेख, VHP-बजरंग दल पर FIR... पढ़ें जहांगीरपुरी हिंसा के 7 बड़े अपडेट

Jahangirpuri violence: हनुमान जयंती के मौके पर राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा मामले में पुलिस की धरपकड़ जारी है. हिंसा से जुड़े 2 और आरोपियों सोनू और शेख हमीद को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों में हिंसा के दौरान फायरिंग करने वाला सोनू शेख भी शामिल है.

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हिंसा के बाद जहांगीरपुरी के चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात है. (फोटो साभारः PTI)
हिंसा के बाद जहांगीरपुरी के चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात है. (फोटो साभारः PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली हिंसा मामले में अब तक 24 आरोपी गिरफ्तार
  • VHP का नेता भी गिरफ्तार
  • इलाके में सुरक्षा बलों की 5 कंपनियां और भेजी गईं

राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा मामले में पुलिस अब तक 24 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इस हिंसा में शामिल दो नाबालिग भी पुलिस हिरासत में हैं. हिंसा के बाद इलाके में शांति कायम रह सके इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ और आरएएफ की पांच कंपनियां और भेजीं हैं. ये कंपनियां पूरे इलाके में पेट्रोलिंग कर रही हैं और संदिग्ध लोगों पर नजर रख रही हैं.

वहीं, दिल्ली पुलिस ने इलाके की अमन समितियों के साथ बैठक करके दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने को कहा है. आइए जानते हैं कि सोमवार को दिनभर में जहांगीरपुरी हिंसा मामले में क्या-क्या हुआ.

फोटो साभारः PTI

1. फायरिंग करने वाला सोनू शेख पुलिस गिरफ्त में

हनुमान जयंती के मौके पर हिंसा के दौरान फायरिंग करने वाले सोनू शेख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जहांगीरपुरी में हिंसा के बाद 17 अप्रैल को सोशल मीडिया पर हमले का एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें नीला कुर्ता पहने शख्स फायरिंग कर रहा था. इसकी पहचान सोनू शेख के रूप में हुई है और इसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 28 वर्षीय सोनू शेख जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक का रहने वाला है. दिल्ली पुलिस पहले ही सोनू के भाई को हिरासत में ले चुकी है.

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2. विहिप और बजरंग दल के खिलाफ मामला दर्ज

दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोप है कि शोभयात्रा के आयोजकों ने जुलूस के लिए पुलिस से इजाजत नहीं ली थी. जिसके इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद के जिला सेवा प्रमुख प्रेम शर्मा को गिरफ्तार किया है.

फोटो साभारः PTI

3. 48 घंटों में इलाके में फिर हुआ पथराव

सोमवार को जहांगीरपुरी इलाके में 48 घंटे के भीतर फिर से पथराव हुआ. दरअसल, पुलिस हिंसा के दौरान फायरिंग करने वाले आरोपी सोनू शेख को गिरफ्तार करने गई थी. इसी दौरान सोनू शेख के पड़ोसियों ने पुलिस की टीम पर पथराव शुरू कर दिया. 
 
4. बोतल सप्लाई करना वाला कबाड़ का व्यापारी गिरफ्तार

इसके साथ ही हिंसा में शामिल आरोपी शेख हमीद पुत्र शेख ओयद अली को गिरफ्तार किया गया है. शेख हमीद कबाड़ का व्यापारी है. पुलिस की पूछताछ में शेख हमीद ने खुलासा किया है कि हिंसा के लिए उसने बोतलें सप्लाई की थीं जिनका इस्तेमाल घटना के दौरान पथराव के लिए किया गया था.

दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना

5. पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने दिया ये जवाब

दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोमवार को सभी सवालों का जवाब देते हुए अफवाह फैलानेवालों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर से जब यह पूछा गया कि क्या हनुमान जयंती के मौके पर शोभायात्रा के दौरान जो हिंसा भड़की थी वह लंबी साजिश का हिस्सा थी? इसके जवाब में राकेश अस्थाना ने कहा कि फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने उस दिन की घटना के बारे में बताते हुआ कहा कि सवा 6 बजे जुलूस में टकराव हुआ. पत्थरबाजी शुरू हुई. पुलिस ने स्थिति नियंत्रण करने की कोशिश की. राकेश अस्थाना ने बताया कि हिंसा की जांच के लिए 14 टीम बनाई है. हर एंगल से जांच करेगी. उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि मस्जिद के सामने झंडा लगाने की कोशिश की गई थी. 

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6. अंसार और असलम की पुलिस कस्टडी बढ़ाई गई

जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा के सात आरोपितों को पुलिस ने सोमवार को रोहिणी कोर्ट में पेश किया. अदालत ने अंसार और असलम की पुलिस कस्टडी दो दिनों के लिए और बढ़ा दी है. 

7. सरकार चाहती थी कि हिंसा होः ओवैसी

जहांगीरपुरी हिंसा मामले को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. ओवैसी ने कहा, दिल्ली पुलिस के कमिश्नर ने खुद ये कहा है कि जहांगीरपुरी में जो जुलूस निकाला गया वो बिना इजाजत के निकाला गया. जब जुलूस निकाला जा रहा था तब पुलिस क्या कर रही थी? पुलिस तमाशा देखने के लिए बैठी थी? और जुलूस में हथियारों की क्या जरूरत थी? ओवैसी ने कहा, लोगों के हाथों में कट्टा-पिस्टल थी. क्या तलवार और कट्टा निकलना धार्मिक है. कई तरह के भड़काऊ नारे भी लगाए गए. 

जहांगीरपुरी मामले में वृंदा करात और एम तिवारी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में निकाली गई यात्रा में लोग हथियारों से लैस थे. जिसमें कई लोग तलवारें, लाठियां और हथियार लिए हुए थे। दिल्ली पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में दोनों ने घटना में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं. साथ ही कहा है कि शोभा यात्रा के दौरान इन हथियारों को खुलेआम लहराया गया.

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