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दिल्ली में ब्लैक फंगस पर बोले सत्येंद्र जैन- परसों तक थे 197 मामले

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा है ''ब्लैक फंगस के परसों तक 197 केस थे सभी अस्पतालों में मिलाकर, इनमें दिल्ली के और दिल्ली से बाहर के मरीज़ भी शामिल हैं, ज़्यादातर देखने में आ रहा है कि अस्पताल से छुट्टी हो जाने के बाद लोग वापस आ रहे हैं''

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दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (फाइल फोटो)
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली में कोरोना मामले घटने लगे हैं
  • ICU और सामान्य बिस्तरों की कमी नहीं
  • ब्लैक फंगस के लिए अपनाई जा रही है रणनीति
  • स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया दिल्ली का हाल

दिल्ली और महाराष्ट्र ये दो राज्य कोरोना की दूसरी लहर में अत्यधिक प्रभावित हुए हैं लेकिन अब मामले कुछ हम होने लगे हैं. दिल्ली में कोरोना के मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है ''कल दिल्ली में 3231 पॉजिटिव केस आये, पॉजिटिविटी रेट 5.5% था. जो सबसे ज्यादा केस थे 28 हजार एक दिन में थे और अब कम होते होते 3 हजार के करीब आ गए हैं. पॉजिटिविटी रेट जो 36% तक चला गया था, अब कम होकर 5% के करीब आ गया है. 3 हज़ार मामले अभी इसलिए कम लग रहे हैं क्योंकि 28 हजार से नीचे आये हैं लेकिन जब रोज 200-300 केस आ रहे थे तब 1000 केस भी बहुत ज़्यादा लग रहे थे.''

ब्लैक फंगस के दिल्ली में मामले पर

सत्येन्द्र जैन ने कहा ''ब्लैक फंगस के परसों तक 197 केस थे सभी अस्पतालों में मिलाकर, इनमें दिल्ली के और दिल्ली से बाहर के मरीज़ भी शामिल हैं, ज़्यादातर देखने में आ रहा है कि अस्पताल से छुट्टी हो जाने के बाद लोग वापस आ रहे हैं, ब्लैक फंगस दो कारणों से हो रहा है, एक ब्लड में शुगर लेवल बढ़ना और दूसरा स्टेरॉइड की वजह से इम्यूनिटी का कम होना, स्टेरॉइड डॉक्टर की सलाह से ही लें, जब भी आप स्टेरॉइड लेते हैं तो आपकी इम्यूनिटी बिल्कुल कम हो जाती है.''

ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की कमी पर

सत्येन्द्र जैन ने कहा है ''इंजेक्शन की दिल्ली में ही नहीं बल्कि पूरे देश में दिक्कत है, इसको केंद्र सरकार ने अभी अपने कंट्रोल में किया है और सबको कोटे के हिसाब से दे रही है, दिल्ली को अभी उन्होंने 2000 देने के लिए कहा है जैसे ही मिलेगी हम अस्पतालों को दे देंगे, हॉस्पिटल में दे रहे हैं क्योंकि घरों में इसका इलाज नहीं हो सकता है. यह दवाई अभी मेडिकल स्टोर से नहीं मिल सकती है. एक कमेटी बनाई है जिसे हॉस्पिटल वाले सीधे रेफर करेंगे और वहां से मिल जाएगी.

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दिल्ली में बेड्स की स्थिति पर

दिल्ली में अभी 28,595 बेड हैं जिसमें से 16,712 बेड खाली हैं औ 1748 ICU बेड खाली हैं. पहली बार बेहतर स्थिति लग रही है.

दिल्ली में वैक्सीनेशन सेंटर बन्द किये जाने पर

स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा ''दिल्ली में 18-44 साल तक की कोवैक्सीन पहले ही खत्म हो गई थी, कोविशील्ड भी खत्म हो रही है, कई सारे सेंटर आज से बन्द हो रहे हैं, अगर 1 लाख डोज़ मिलती हैं तो वो एक दिन में ही लग जाएंगी. हमारा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बढ़िया है बहुत तेज़ी से हम वैक्सीन लगा सकते हैं, जो केंद्र ने schedule दिया था उसमें तो बहुत थोड़ी सी वैक्सीन है. जितनी 1 महीने में वैक्सीन देते हैं वो तो 4-5 दिन की ही है. वैक्सीनेशन का पूरा सिस्टम कोविन सॉफ्टवेयर जो केंद्र सरकार का है उससे चलता है.''

क्या इस बार बच्चे ज्यादा संक्रमित हुए हैं?

बच्चों का हॉस्पिटल में एडमिशन ज़्यादा नहीं बढ़ा है, इस बार पूरी फैमिली संक्रमित हो रही है. लेकिन बच्चे बहुत ज़्यादा गंभीर नहीं हुए हैं. कितने बच्चे अस्पतालों में एडमिट हुए हैं इसकी कुल संख्या बता दी जाएगी. पिछली बार जो पीक था वो 8,600 का था. इस बार 28 हज़ार है, यानी 3 गुना अधिक था. उसी अनुपात में बच्चों का एडमिशन भी बढ़ा है. इस बार जो ओवरऑल पीक है वो ही काफी ज्यादा था. इस बार तो बच्चे इतने प्रभावित नहीं हुए लेकिन जो अगला पीक हो सकता है उसमें एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि वो वेब बच्चों के लिए आएगी तो उसे लेकर हम तैयारी कर रहे हैं.

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