दिल्ली की महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर इस साल जुलाई से नवंबर के बीच 2.41 लाख से अधिक कॉल आए हैं, जिनमें वैवाहिक स्कैम, छेड़छाड़ और साइबर धोखाधड़ी से लेकर मेट्रो सीट पर बैठने के लिए विवाद शामिल हैं. इसके अलावा कई कॉल ऑटो चालकों के साथ झगड़े को लेकर भी आए थे.
विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि इस चार महीने की अवधि के दौरान 90 हजार 414 कॉल धोखाधड़ी से जुड़े आए हैं. जिसमें से 29,277 को सामान्य पूछताछ, 2,096 को उपद्रव कॉल और 260 को अपमानजनक कॉल के रूप में बांटा गया है. आम शिकायतों में छेड़छाड़, ऑटो चालकों के साथ विवाद और मेट्रो सीट आरक्षण को लेकर झगड़े जैसे मुद्दे शामिल थे.
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कॉलों में वृद्धि सार्वजनिक जागरूकता को दर्शाती है
एक अधिकारी ने बताया कि हेल्पलाइन पर किए गए कुल कॉलों में से 8,560 मामले औपचारिक रूप से दर्ज किए गए. जिनमें से 146 का समाधान कर दिया गया है. जबकि बाकी मामलों की अभी जांच चल रही है. शिकायतें मुख्य रूप से घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, साइबर धोखाधड़ी और शारीरिक शोषण से संबंधित हैं.
एक अधिकारी ने रेखांकित करते हुए कहा कि कॉलों में हुई वृद्धि सुरक्षा मुद्दों के बारे में बढ़ती सार्वजनिक जागरूकता को दर्शाती है. अधिकारी ने कहा कि हमें अक्सर मेट्रो में महिलाओं की आरक्षित सीट पर पुरुष के बैठने, ऑटो चालकों द्वारा मौखिक दुर्व्यवहार या अजनबियों से अनुचित टिप्पणियों के बारे में फोन आते हैं.
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विवाह का झांसा देकर धोखा दिया
एक अधिकारी ने कहा कि महिलाओं को निशाना बनाकर साइबर धोखाधड़ी के मामलों में भी वृद्धि देखी गई है. साथ ही एक ऐसा मामला भी सामने आया, जिसमें एक वैवाहिक साइट के माध्यम से एक महिला का विश्वास हासिल किया और उसके पैसे लेकर गायब हो गया. अधिकारी ने कहा कि ये मामला चुनौतीपूर्ण था क्योंकि अपराधी ने धोखा देने के बाद सारे सबूतों को मिटा दिया था.