दिल्ली के शाहीनबाग में अतिक्रमण हटाने के लिए साउथ MCD की टीम भारी संख्या में पुलिसकर्मी और बुलडोजर के साथ पहुंचे. इस दौरान एमसीडी की टीम को लोगों के भारी विरोध का सामना भी करना पड़ा. कुछ लोग बुलडोजर का आगे बैठ गए. इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस की टीम ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया. थोड़ी देर बाद मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया. शाहीन बाग के वर्तमान हालत को देखते हुए CRPF की एक कंपनी अतिरिक्त दिल्ली पुलिस के साथ लॉ एंड ऑर्डर के लिए लगाई गई है. CRPF के भी करीब 100 जवान तैनात किए गए हैं. आइए जानते हैं मामले से जुड़े आठ बड़े अपडेट्स...
लाइव अपडेट्स के लिए यहां क्लिक करें...
कार्रवाई से पहले MCD ने की खास तैयारी
अतिक्रमण हटाने के लिए MCD की टीम खास तैयारी कर शाहीन बाग पहुंची. बुलडोजर के अलावा टीम मलबा उठाने के लिए कुछ गाड़ियां अपने साथ लेकर यहां पहुंची. इसके अलावा विरोध की आशंका को लेकर दिल्ली पुलिस के जवानों को भी बुलाया गया. इसके अलावा MCD के कर्मचारियों के हाथों में लाल रंग का रिबन बांधा गया था, ताकि उनकी पहचान हो सके.
BJP और MCD के खिलाफ नारेबाजी
शाहीन बाग में एमसीडी की टीम पहुंचते ही लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध करना शुरू कर दिया. विरोध कर रहे लोगों ने दिल्ली नगर निगम और भारतीय जनता पार्टी के विरोध में नारेबाजी की. विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि हमारा विरोध सामान्य नहीं बल्कि रोटी के लिए विरोध है. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस की टीम ने कार्रवाई के बीच में नारेबाजी कर रहे लोगों को वहां से हटा दिया.
विरोध कर रहीं महिलाओं को हिरासत में लिया
एमसीडी की इस कार्रवाई का विरोध करने वालों में महिलाएं भी शामिल रही. कई महिलाएं अतिक्रमण हटाने के लिए लाए गए बुलडोजर के आगे आकर खड़ी हो गईं. महिलाओं ने कहा कि किसी भी कार्रवाई से पहले एमसीडी को पहले उनपर बुलडोजर चलाना होगा.
स्थानीय नेताओं ने कहा- गरीबों पर चलाया जा रहा बुलडोजर
शाहीन बाग में एमसीडी की कार्रवाई के दौरान कुछ स्थानीय नेता भी पहुंचे थे. इनमें से कुछ नेता बुलडोजर के आगे भी बैठ गए. स्थानीय नेताओं ने पुलिस, प्रशासन, एमसीडी और भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि बुलडोजर की ये कार्रवाई अतिक्रमण के खिलाफ नहीं बल्कि गरीबों के खिलाफ की जा रही है. इसे रोकने के लिए हर कोशिश की जाएगी.
लोगों ने कहा- दिल्ली में 80 फीसदी निर्माण गैरकानूनी, सबको तोड़ो
एमसीडी की कार्रवाई का विरोध करते हुए लोगों ने आजतक से बातचीत की. एक शख्स ने कहा कि दिल्ली में 80 फीसदी निर्माण गैरकानूनी है, ऐसे में सबको तोड़ देना चाहिए. कुछ लोगों ने कहा कि शाहीन बाग में कुछ गैरकानूनी नहीं है और MCD और बीजेपी की तरफ से राजनीति चमकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
आम आदमी पार्टी के विधायक भी पहुंचे
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान भी शाहीन बाग पहुंच गए. उनसे जब पूछा गया कि क्या वे एमसीडी की इस कार्रवाई को रोकेंगे तो जवाब में उन्होंने कहा कि बिलकुल. विधायक ने कहा कि मैं उस जगह को देखना चाहता हूं जहां अतिक्रमण कर अवैध निर्माण किया गया है. विधायक ने कहा कि एमसीडी की ये कार्रवाई जानबूझकर कानून व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए की जा रही है.
निगम पार्षद वाजिद खाने कहा- अतिक्रमण नहीं है
शाहीन बाग से निगम पार्षद वाजिद खान ने आजतक से कहा कि वहां कोई अतिक्रमण नहीं है. दुकानों से आगे निकले हिस्से, सीढ़ियों पर जब सवाल किया गया तो वाजिद ने कहा कि लोगों ने अपनी ही जगह का आगे का हिस्सा छोड़कर वहां स्पेस दिया हुआ है, ताकि थोड़ा सामान बाहर भी रखा जा सके. वाजिद खान ने यह भी कहा, 'यह रोड PWD के अंतर्गत आता है, इसे रोड नंबर 13ए बोलते हैं. भाजपा ने पांच साल में कुछ नहीं किया लेकिन अब चुनाव जब पीछे चला गया (टल गया) है तो राजनीति चमकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है.'
विरोध के बीच शाहीनबाग से लौटा बुलडोजर
लोगों के विरोध के बाद आखिरकार करीब एक बजे एमसीडी की टीम शाहीन बाग से लौट गई. एमसीडी की टीम ने एक दो जगहों पर छोटी-मोटी कार्रवाई की. एक बिल्डिंग के सामने मौजूद लोहे की रॉड, पिलर्स को हटाया गया. ये रॉड रेनोवेशन के काम के लिए लगाई गई थी. इनको हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल नहीं किया गया क्योंकि वहां काफी भीड़ थी.