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चट मंगनी पट ब्याह: बॉयफ्रेंड की शादी फिक्स होते ही थाने पहुंची लड़की, फिर थानेदार ने किया 'इंतजाम'

बॉयफ्रेंड की सगाई होने की खबर सुनते ही प्रेमिका भागी-भागी पुलिस थाने पहुंच गई. उसने वहां अपनी चार साल पुरानी प्रेम कहानी थानेदार को सुनाई. सबूत के तौर पर फोटो और वीडियो भी दिखाए. इसके बाद थानेदार ने दोनों के परिजनों को बुलाया और उन्हें समझाया. फिर थाने में ही उनकी रजामंदी से प्रेमी-प्रेमिका को हमेशा के लिए एक-दूजे का करवा दिया.

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थाने में विवाह की रस्में पूरी की गईं. (फोटो:Aajtak)
थाने में विवाह की रस्में पूरी की गईं. (फोटो:Aajtak)

Bihar News: मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाने में पुलिस ने प्रेमी जोड़ों का विवाह करवा दिया. प्रेमी की शादी दूसरी जगह तय होने के बाद प्रेमिका ने थाने पहुंचकर मदद की गुहार लगाई थी. इसके बाद थानेदार राजेश कुमार ने पहल करके परिजनों की रजामंदी से पंडित को बुलाकर युवक-युवती के सात फेरे करवा दिए. थाने में ही शादी की सभी रस्में पूरी की गईं. दोनों के परिजन, ग्रामीण और पुलिसकर्मी इस घड़ी के गवाह बने. विवाह बंधन में बंधने के बाद लड़का अपनी पत्नी को लेकर घर चला गया.

दरअसल, युवती किरण को जानकारी मिली कि उसके प्रेमी अविनाश की शादी दूसरी जगह हो रही है. उसने घर से भागकर शादी करने की बात अविनाश से कही. लेकिन युवक ने माता-पिता का दिल दुखाकर शादी करना मुनासिब नहीं समझा. लड़के ने दिल पर पत्थर रखकर घर से भागकर शादी करने की बात से इनकार कर दिया. 

जब किरण को कोई रास्ता नहीं सूझा तो वह मीनापुर थानेदार राजेश कुमार के पास मदद के लिए पहुंच गई. थानेदार के समक्ष लड़की ने अपने संबंध का सबूत भी दिखाया. कई फोटो भी दिखाए. थानेदार ने भी अपने स्तर से पता किया. मामला सही पाया गया. 

इसके बाद पुलिस अधिकारी राजेश कुमार ने लड़का और उसके परिजन समेत लड़की के परिजन को थाने बुलाया. लड़की की बात से सभी को अवगत कराया. लेकिन लड़का पक्ष ,तैयार नहीं हुआ. फिर थानेदार ने कानूनी कारवाई करने की बात कही. 

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उन्होंने बताया कि लड़की केस करना चाहती है. अगर अप लोग एक साथ नहीं हुए तो फिर एफआईआर दर्ज की जाएगी. घरवालों को थानेदार ने दोनों के रिश्ते के बारे में भी बताया. तब जाकर लड़का और लड़की पक्ष दोनों शादी को तैयार हुए. फौरन पंडित बुलाया गया. सब इंतजाम किए गए और दोनों की शादी करवाई गई.

पुलिस की पहल से हुई प्रेमी-प्रेमिका की शादी.

थानेदार ने बताया कि मीनापुर के नेउरा गांव का अविनाश (22) अपने ही गांव की किरण (19) से पिछले चार साल से प्रेम करता था. दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खा रखी थी. लेकिन लड़के के घरवालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था. उन लोगों ने अविनाश की शादी मोतिहारी की एक लड़की से तय कर दी. अगले महीने शादी होने वाली थी. लेकिन लडकी की शिकायत पर दोनों परिवारों की काउंसलिंग गई और उनकी रजामंदी से प्रेमी-प्रेमिका को हमेशा के लिए एक-दूसरे का साथी बना दिया गया.   

 

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