देश में जातिगत जनगणना (Caste Based Census) कराने के मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) लगातार केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. इसी क्रम में आज यानी 7 अगस्त को राष्ट्रीय जनता दल बिहार (Bihar) के सभी जिला मुख्यालय पर मंडल दिवस मनाएगा और देश में जातिगत जनगणना कराने के मुद्दे को लेकर धरना- प्रदर्शन (Protest) किया जाएगा.
युवा आरजेडी के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है, “विशाल धरना प्रदर्शन..7 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों पर.. जातिगत जनगणना नहीं करवाना, जानबूझकर आरक्षित पद खाली छोड़ देना, मंडल आयोग की सिफारिशों को ठंडे बस्ते में डाले रखना अब स्वीकार नहीं. पिछड़ा समाज की अनदेखी के विरुद्ध सड़क से संसद तक संघर्ष होगा.”
बता दें कि 7 अगस्त 1990 को प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने संसद में मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू करने का ऐलान किया था. इसीलिए आरजेडी आज के दिन को मंडल दिवस के रूप में मना रही है और मंडल कमीशन की तमाम सिफारिशें जिनको अब तक लागू नहीं किया गया है उनको भी लागू करने की मांग उठाएगी.
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देश में जातिगत जनगणना और मंडल कमीशन की बाकी बची हुईं सिफारिशों को लागू करने के साथ-साथ आरक्षित कैटेगरी में रिक्तियों को भी भरने की मांग उठाई जाएगी. बीते दिनों जातिगत जनगणना के मुद्दे पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात की थी और उनसे आग्रह किया था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करें. नीतीश कुमार ने भी तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद इस बात को लेकर हामी भरी थी कि देश में जातिगत जनगणना होनी चाहिए.
इसके बाद 2 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीतीश कुमार ने एक पत्र भी लिखकर समय मांगा है ताकि उनके नेतृत्व में बिहार का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे जातिगत जनगणना के मुद्दे पर मुलाकात करें और अपनी बात रख सके.