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प्रशांत किशोर बोले- मौका मिला तो 1 साल के अंदर बाहर नौकरी करने वालों को बिहार में रोजगार देंगे

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि मौका मिला तो 6 महीने से 1 साल के भीतर जितने लड़के बिहार से बाहर काम कर रहे हैं, उनके रोजगार की व्यवस्था यहीं की जाएगी.

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प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक सभा में पलायन और बेरोजगारी की समस्या को उठाते हुए कहा, "बिहार में ऐसे कई परिवार हैं जिनके लड़के केरल, गुजरात, आंध्र प्रदेश कश्मीर समेत कई राज्यों में काम कर रहे हैं. 10-15 हजार रुपयों के लिए कम उम्र के लड़कों को अपना गांव छोड़कर दूर के राज्यों में जाकर काम करना पड़ रहा है. उसको पर्व त्योहार में भी घर आने का अवसर नहीं है. ये व्यवस्था बदलनी चाहिए, इसलिए हमने संकल्प लिया है कि मौका मिला तो 6 महीने से 1 साल के भीतर जितने लड़के बिहार से बाहर काम कर रहे हैं उनके रोजगार की व्यवस्था यहीं की जाएगी."

प्रशांत किशोर ने आज सुबह जन सुराज पदयात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण के मैनाटांड़ प्रखंड के डमरापुर गांव से की थी. इस दौरान उन्होंने 101 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी बाबू राम जी का आशीर्वाद लिया और स्थानीय लोगों के साथ बिरंची बाजार की तरफ बढ़े और स्थानीय लोगों से संवाद कर उन्हें जन सुराज की सोच के बारे में विस्तार से बताया.

तेजस्वी यादव पर कसा था तंज

इसी पदयात्रा के दौरान पीके ने महिलाओं से बातचीत में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव 9वीं पास हैं तो उप मुख्यमंत्री हैं, आपका बेटा 9वीं पास हो तो चपरासी भी नहीं लगेगा.

'नीतीश कुमार ने कहा था- आप हमारे उत्तराधिकारी हैं'

गौरतलब है कि बीते 5 अक्टूबर को अपनी जनसुराज यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें अपने घर बुलाया था. उन्होंने कहा था कि आप हमारे उत्तराधिकारी हैं, यह सब क्यों कर रहे हैं. आइए हमारे साथ, हमारे पार्टी के नेता बन जाइए. हमने उनकी बात सुनी. बहुत लोगों ने मुझे गालियां दीं कि मैं उनसे मिलने क्यों गया?

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प्रशांत किशोर ने दावा किया, मैं नीतीश कुमार से मिलने इसलिए गया था, ताकि उन्हें ये बता सकूं कि कितना भी बड़ा प्रलोभन देंगे, लेकिन मैंने जनता से एक बार जो वादा कर दिया, उससे पीछे नहीं हटूंगा. उत्तराधिकारी बनाएं या कुर्सी खाली करें, उससे कोई मतलब नहीं है.

वहीं पलटवार करते हुए नीतीश कुमार ने पीके पर आरोप लगाया है कि वे कांग्रेस में जेडीयू का विलय कराना चाहते हैं. इसके साथ ही प्रशांत किशोर के उत्तराधिकारी वाले दावे पर कहा कि यह झूठ है. उन्हें जो कुछ भी बोलना है, बोलें. हमें इससे कोई लेना-देना नहीं है.

 

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