एनएचएआई के बहुचर्चित इंजीनियर सत्येंद्र दुबे हत्याकांड का आरोपी उदय मल्लाह आखिर गिरफ्तार हो गया. मल्लाह को सीबीआई ने इस हत्याकांड के आरोप में गिरफ्तार किया था, लेकिन 2010 में वो हिरासत से फरार हो गया. 7 साल बाद सीबीआई अदालत से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी उदय कुमार उर्फ उदय मल्लाह को नालंदा पुलिस ने एसटीएफ के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया है.
गया जिले में वर्ष 2003 को बहुचर्चित इंजीनियर सत्येंद्र दुबे की हत्या हो गई थी, उस समय यह मामला काफी चर्चित हुआ था, क्योंकि सत्येंद्र दुबे ने अपनी हत्या से पहले नेशनल हाईवे अथॉरिटी में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय तक को चिठ्ठी लिखी थी, उसके बाद गया रेलवे स्टेशन के पास उनकी हत्या हो गई. तब इस मामले को लेकर काफी हंगामा मचा था. लेकिन बाद में सीबीआई ने इसे लूट का मामला बताते हुए उदय मल्लाह को हत्याकांड का आरोपी बताया था.
पुलिस ने डकैती की घटना को अंजाम देने की कोशिश में लगे उदय मल्लाह के साथ चार अन्य सहयोगियों को भी पकड़ा है. उनके पास से छह केन बम, दो देसी पिस्तौल, एक देशी कट्टा, 14 जिंदा कारतूस, 4 मोबाइल बरामद किया गया है. पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि नालंदा थाने के गजराज बिगहा में कुछ अपराधियों के द्वारा भीषण डकैती की घटना को अंजाम देने की कोशिश में लगे हैं.
सूचना के सत्यापन के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजगीर के नेतृत्व में एसटीएफ पटना के पुलिस पदाधिकारी और नालंदा जिला बल के पुलिस पदाधिकारियों को शामिल कर छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान पांच अपराधी पकड़े गये जबकि 4 से 5 अपराधी भागने में सफल रहे.
पकड़े गये अभियुक्तों में उदय मल्लाह के अलावा दीपनगर थाना के सर्वोदयनगर निवासी राजीव कुमार, गया जिला के चंदौती थाना के कटारी हील निवासी टूटू कुमार, मो. शहंशाह, छोटन कुमार शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इस संबंध में सीबीआई मुख्यालय को भी उदय मल्लाह के पकड़े जाने की सूचना दे दी गई है.
पुलिस ने बरामद किए गए केन बम की एफएसएल जांच की बात कही है. पुलिस अधीक्षक ने पकड़े गये अभियुक्तों के नक्सली संगठन पीएलएफआई से जुडे होने की संभावना से इंकार नहीं किया है.