Chinese Bodybuilder Wang Kun Death: फिटनेस की दुनिया से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. चीन के मशहूर बॉडीबिल्डिंग चैंपियन वांग कुन (Wang Kun) का 30 साल की उम्र में अचानक निधन हो गया. बताया गया कि उनकी मौत दिल से जुड़ी समस्या के कारण हुई. यह खबर इसलिए भी हैरान करने वाली है, क्योंकि वांग कुन अपनी बेहद अनुशासित और क्लीन लाइफस्टाइल के लिए जाने जाते थे. मगर वैसे यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी वेजिटेरियन बॉडीबिल्डर वरिंदर सिंह घुमन का भी हार्ट अटैक से ही निधन हो गया था, उनको सर्जरी के दौरान दिल का दौरा पड़ा था. इन दोनों ही घटनाओं के सामने आने के बाद लोगों के मन में यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या हद से ज्यादा ट्रेनिंग और बॉडी को इस लेवल तक ले जाना जानलेवा हो सकता है फिर चाहे आप कितनी अच्छी ही क्यों ना डाइट लेते हो.
बॉडीबिल्डिंग चैंपियन वांग कुन पिछले एक दशक तक बेहद सख्त लाइफस्टाइल जी रहे थे, वो मॉन्क लाइफ को फॉलो कर रहे थे. वो ना शराब, सिगरेट, जंक फूड और ना ही लेट नाइट पार्टीज में जाते थे. उनका खानपान बहुत साधारण था, वो उबली चिकन ब्रेस्ट, सोया सॉस में पका मांस और सादा खाना ही खाते थे, छुट्टियों और त्योहारों में भी वो ट्रेनिंग नहीं छोड़ते थे. इसी अनुशासन की वजह से उन्होंने चीन की बॉडीबिल्डिंग एसोसिएशन के तहत लगातार 8 नेशनल टाइटल जीते और साल 2022 में प्रोफेशनल लेवल (IFBB) पर प्रतियोगिताएं शुरू कीं. वांग को लोग उनकी सख्त लाइफस्टाइल की वजह से ही क्लीन और परफेक्ट फिटनेस का रोल मॉडल मानते थे. लेकिन 17 दिसंबर 2025 को अचानक उनकी मौत ने सभी को झकझोर दिया.
चीन की आन्हुई प्रांतीय बॉडीबिल्डिंग एसोसिएशन ने कंफर्म किया है कि वांग कुन की मौत दिल से जुड़ी घटना के कारण हुई.फिलहाल पूरी मेडिकल डिटेल सामने नहीं आई है. हालांकि डॉक्टर्स के अनुसार, एथलीट्स और बॉडीबिल्डर्स में अचानक हार्ट डेथ के पीछे ये कारण हो सकते हैं.
भारी वजन उठाने और बहुत कम बॉडी फैट बनाए रखने के लिए दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. लंबे समय तक हार्ड ट्रेनिंग से दिल की दीवारें मोटी हो सकती हैं, इसे एथलीट का हार्ट या बाएं वेंट्रिकुलर हाइपरट्रॉफी कहा जाता है. इससे दिल सख्त हो जाता है और धड़कन बिगड़ने का खतरा बढ़ जाता है.रिसर्च बताती है कि मेल बॉडीबिल्डर्स में नॉर्मल लोगों की तुलना में हार्ट से जल्दी मौत का खतरा 3 गुना तक हो सकता है.
अक्सर माना जाता है कि हार्ट प्रॉब्लम सिर्फ स्टेरॉयड लेने से होती है, मगर ऐसा जरूरी नहीं. इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं. जैसे-
कई बार समस्या जेनेटिक होती है.
हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी(दिल की जन्मजात बीमारी): ऐसी बीमारियां बाहर से फिट दिखने वाले इंसान में भी हो सकती हैं. इसकी समस्या यह है कि कई एथलीट ECG, Echo जैसे टेस्ट नियमित रूप से नहीं कराते, जिससे खतरा समय रहते पकड़ में नहीं आता.
एक यूरोपीय स्टडी के अनुसार, 305 बॉडीबिल्डर्स में से 15% की मौत 40 साल से पहले, ज्यादातर हार्ट प्रॉब्लम से हुई. इससे एक बात तो साफ है कि सिर्फ अच्छी लाइफस्टाइल काफी नहीं है, शरीर को जरूरत से ज्यादा पुश करना खतरनाक हो सकता है. इसलिए बैलेंस सबसे जरूरी है और हार्ट रिस्क के चेतावनी संकेतों को बिल्कुल नजरअंदाज न करें.