चुनावी गहमा गहमी के बीच फेसबुक पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से जुड़ा एक पुराना पोस्ट फिर से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि उनका काफिला एक एक्सीडेंट पीड़ित की अनदेखी करते हुए निकल गया. ये पोस्ट 2018 में भी वायरल हुई थी.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी जांच में पाया कि ये दावा गलत है. सोशल मीडिया के पोस्ट में जो फोटो है, उसमें जो काफिला दिख रहा है, वो किसी और नेता का है.
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट
सोशल मीडिया पर एक वायरल पोस्ट का दावा है कि “सड़क दुर्घटना के बाद तड़पते युवक को किनारे कर आगे निकला अमित शाह का काफिला.”
फेसबुक प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक अल्मोड़ा के रहने वाले ठाकुर जीतेन्द्र पटवाल ने ये पोस्ट मार्च 29, 2018 को अपलोड की थी, लेकिन अब चुनाव आते ही इसे अब एक बार फिर शेयर किया जा रहा है. इस पोस्ट को ठाकुर जीतेन्द्र पटवाल ने शेयर किया है.
सड़क दुर्घटना के बाद तड़पते युवक को किनारे कर आगे निकला अमित शाह का काफिला! इस पोस्ट को इस स्टोरी के लिखे जाने तक 32,000 लोगों ने शेयर किया है. हालांकि इस पोस्ट के कमेंट्स में कई लोगों ने कहा है कि ये दावा सही नहीं है, लेकिन कमेंट्स कर रहे ज्यादातर लोगों ने अमित शाह को भला बुरा कहा है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने इस फोटो का रिवर्स सर्च किया तो पाया कि दरअसल, ये फोटो 2016 की है.
पुरानी पोस्ट को शेयर किया गया
दिसंबर 2016 में ये हादसा, तेलंगाना के एक गांव पालमपेट में हुआ था. एक सड़क हादसे में एक मोटर बाइक और ट्रक के बीच में टक्कर हो गई थी. हादसे में बाईक सवार की मौत हो गई जबकि साथ में बैठे दो और लोग घायल हो गए. जहां से इलाके के तत्कालीन विधायक अज़मीरा चंदूलाल का काफिला गुज़र रहा था.
उस समय चंदूलाल, आदिवासी कल्याण मंत्री भी थे. इस हादसे पर उस वक्त अखबारों में खबर भी छपी थी वायरल पोस्ट में जो फोटो है, उसे भी यहां देखा जा सकता है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का इस घटना से कोई लेना देना नहीं है.