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फैक्ट चेक: दिल्ली धमाके के बाद गाजियाबाद में बजरंग दल सदस्य के घर से बरामद हुए बम और हथियार? ये कहानी पूरी तरह फर्जी है

वीडियो में कई पुलिसकर्मी किसी जगह खड़े हैं. उनके सामने बोरियों में जब्त किया हुआ सामान रखा है. इसके वॉइसओवर में एक महिला कहती है कि बजरंग दल के कार्यकर्ता के घर में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में बारूद और बम का जखीरा बरामद किया गया है. आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो हालिया घटना का नहीं है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
दिल्ली धमाके के बाद गाजियाबाद में बजरंग दल कार्यकर्ता के घर से भारी मात्रा में बारूद, बम और हथियार बरामद हुए हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो अक्टूबर 2022 का है, जब गाजियाबाद पुलिस ने अवैध पटाखों पर कार्रवाई करते हुए रिजवान नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था.

केंद्र सरकार ने दस नवंबर को दिल्ली में हुए धमाके को एक आतंकी घटना करार दिया है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि गाजियाबाद में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता के घर से बड़ी संख्या में बम, हथियार और बारूद बरामद हुए हैं.

वीडियो में कई पुलिसकर्मी किसी जगह खड़े हैं. उनके सामने बोरियों में जब्त किया हुआ सामान रखा है. इसके वॉइसओवर में एक महिला कहती है कि बजरंग दल के कार्यकर्ता के घर में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में बारूद और बम का जखीरा बरामद किया गया है.

वीडियो को फेसबुक और एक्स जैसे प्लेटफॉर्म्स पर पोस्ट करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “गाज़ियाबाद मे छापेमारी मे बजरंग दल के कार्यकर्ता रामू के घर से भारी मात्रा मे बारूद, बम का ज़खीरा और इतना हथियार बरामद हुआ का पूरा शहर खत्म करने के लिए काफी है. लेकिन गोदी प्रचार तंत्र में सन्नाटा!”

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो न तो किसी हालिया घटना का है और न ही ये सामान किसी बजरंग दल कार्यकर्ता के घर से बरामद किया गया था. ये साल 2022 का मामला है जब गाजियाबाद में एक व्यक्ति के घर से अवैध पटाखे बरामद हुए थे.

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कैसे पता लगाई सच्चाई?

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो एक फेसबुक पोस्ट में मिला. 20 अक्टूबर, 2022 को ये वीडियो पोस्ट करते हुए जर्नलिस्ट आनंद नाम के यूजर ने लिखा था, "गाजियाबाद बजरंग दल के सदस्य के घर पुलिस की छापेमारी में भारी संख्या में देसी बम व पटाखे बरामद हुए. क्या PFI की तरह बैन होगा बजरंग दल?@up police @dgpup". इससे एक बात तो साफ हो जाती है कि ये वीडियो किसी हालिया घटना का नहीं है, बल्कि कम से कम तीन साल पुराना है.

गौर करने वाली बात ये है कि यहां मौजूद वीडियो में कोई ऑडियो नहीं है. जाहिर है, वायरल वीडियो में महिला की आवाज वाला ऑडियो अलग से जोड़ा गया है. हमने ये भी देखा कि कई लोगों ने उस समय इस वीडियो को पोस्ट करते हुए इसे गाजियाबाद के लोनी थाना इलाके का मामला बताया था.

इस बारे में और पता करने पर हमें अक्टूबर 2022 में छपी ‘दैनिक भास्कर’ की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया था. इस रिपोर्ट के मुताबिक, गाजियाबाद की इस घटना के बारे में झूठी खबर फैलाने के आरोप में पुलिस ने @YasmeenKhan_786 यूजर नेम वाले एक एक्स हैंडल के खिलाफ FIR दर्ज की थी. उस वक्त पुलिस ने रिजवान नामक शख्स के घर से अवैध पटाखे बरामद किए थे. लेकिन सोशल मीडिया पर ये बात फैलाई गई थी कि इस मामले का आरोपी बजरंग दल का सदस्य था.

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इसके बारे में और खोजने पर हमें गाजियाबाद पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर 18 अक्टूबर, 2022 का एक पोस्ट मिला. इसमें बताया गया है कि लोनी पुलिस ने एक व्यक्ति को भारी मात्रा में विस्फोटक पटाखा सामग्री के साथ गिरफ्तार किया गया था.

इस एक्स पोस्ट में लिखा है कि पुलिस ने 17 अक्टूबर, 2022 को रिजवान नाम के शख्स को अवैध पटाखों के साथ गिरफ्तार किया था. वहीं, रिजवान के चार साथी- दिलशाद, नौशाद, आकाश और गौरव मौके से फरार हो गए थे. बरामद हुए सामान में आतिशबाजी के पटाखे, नलकी, बारूद और आतिशबाजी बनाने वाली मशीन शामिल थी.

साफ है, 2022 में अवैध आतिशबाजी से जुड़ी पुलिस की कार्रवाई को दिल्ली धमाके के संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.

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