Antonio Guterres India Visit: संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस आज भारत आ रहे हैं. उनका ये दौरा तीन दिन का है. दौरे के पहले दिन गुटेरस 26/11 आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देंगे. इसके अलावा गुटेरस आईआईटी मुंबई में भी छात्रों को संबोधित करेंगे.
गुटेरस का ये दौरा 18 से 20 अक्टूबर तक रहेगा. दौरे के आखिरी दिन 20 अक्टूबर गुटेरस गुजरात के केवड़िया में होने वाले 'मिशन लाइफ' कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे.
दूसरी बार संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बनने के बाद गुटेरस की ये पहली भारत यात्रा है. इससे पहले गुटेरस अक्टूबर 2018 में भारत आए थे. गुटेरस का ये दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब अगले ही हफ्ते भारत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषध की काउंटर-टेररिज्म कमेटी की बैठक होने वाली है.
यूएन के संस्थापक सदस्यों में से है भारत
दूसरे विश्व युद्ध के बाद 1945 में संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई थी. भारत संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक सदस्यों में से एक है.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारत पहला देश था जिसने 1946 में संयुक्त राष्ट्र में दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के मुद्दे को उठाया था.
संस्थापक सदस्यों में से एक होने के बावजूद संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में भारत स्थायी सदस्य नहीं है. भारत लंबे समय से स्थायी सदस्यता की मांग कर रहा है. सुरक्षा परिषद के गठन के बाद से भारत अब तक कई बार अस्थायी सदस्य बन चुका है.
संयुक्त राष्ट्र में कितना बड़ा है भारत?
संयुक्त राष्ट्र में 193 देश शामिल हैं. हर साल सभी देश संयुक्त राष्ट्र के बजट में कंट्रीब्यूट करते हैं. संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली के मुताबिक, बजट में किसी देश की हिस्सेदारी कम से कम 0.001% और ज्यादा से ज्यादा 22% तक हो सकती है. अमेरिका सबसे ज्यादा योगदान करता है. यूएन के बजट में अमेरिका की हिस्सेदारी 22% है.
वहीं, भारत भी संयुक्त राष्ट्र में कंट्रीब्यूट करने वाले अहम देशों में है. इस साल भारत 29.9 मिलियन डॉलर कंट्रीब्यूट कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र के बजट में भारत की हिस्सेदार 1 फीसदी से ज्यादा है.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, पिछले साल यानी 2021 में भारत ने 24.12 मिलियन डॉलर का कंट्रीब्यूशन दिया था. इससे पहले 2020 में भारत ने 23.39 मिलियन डॉलर दिए थे. 2014 में भारत ने 17.19 मिलियन डॉलर का योगदान दिया था.
यूएन की पीसकीपिंग फोर्स में भारत का कितना योगदान?
संयुक्त राष्ट्र के शांति स्थापना से जुड़े अभियानों में योगदान करने वालों में भारत अहम देश है. विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, 1950 से अब तक 2.53 लाख से ज्यादा भारतीय सैनिक संयुक्त राष्ट्र की पीसकीपिंग फोर्स का हिस्सा रह चुके हैं.
31 अक्टूबर 2020 के आंकड़ों तक, संयुक्त राष्ट्र की पीसकीपिंग फोर्स में योगदान करने वालों में भारत 5वां सबसे बड़ा देश था. दुनियाभर में 8 शांति अभियानों में 5,353 भारतीय सैनिक तैनात हैं.
संयुक्त राष्ट्र के शांति स्थापना से जुड़े अभियानों में अब तक 175 भारतीय सैनिक शहीद हो चुके हैं. दुनियाभर में शांति अभियानों में भारत के जितने पुलिसकर्मी तैनात हैं, उनमें 44% महिलाएं हैं.