अमजद खान फिल्म इंडस्ट्री के सबसे खतरनाक विलन के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने कई सारी फिल्मों में विलन के किरदार प्ले किए मगर जिस रोल के लिए वे ताउम्र जाने गए वो था 'शोले' में गब्बर का किरदार. अपनी पहली ही फिल्म में उन्होंने शानदार रोल प्ले किया था. मगर अमजद खान ताउम्र अपने उस किरदार की क्षत्रछाया में रहे. निसंदेह उन्होंने एक से बढ़ कर एक फिल्में कीं मगर शोले में गब्बर के रोल में उनका असर जितना प्रभावशाली थी उतना और किसी किरदार में नहीं दिखा. अमजद खान की पुण्यतिथि पर बता रहे हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ किस्से.
अमजद खान जिस फिल्म से सबसे ज्यादा पॉपुलर हुए वो फिल्म थी शोले. शोले में गब्बर के किरदार ने उन्हें सारी दुनिया में पहचान दिलाई. मगर कम लोगों को ये पता होगा कि अमजद से पहले ये रोल डैनी डेन्जोंगपा को मिला था. मगर बात ना बन पाने के बाद इसमें अमजद खान को कास्ट किया गया. इसके अलावा जय का रोल प्ले करने वाले लेजेंड्री एक्टर बिग बी का भी पसंदीदा रोल गब्बर का ही था. वे ये रोल करना चाहते थे. मगर उन्हें ये रोल नहीं मिला और अंत में ये रोल अमजद खान के हाथ लगा. इसके बाद इतहास गवाह है.
बता दें कि अमजद खान की फैमिली का फिल्मों से पुराना नाता है. कम ही लोग जानते हैं कि अमजद खान के पिता जयंत (जकारिया खान) भी फिल्मों में विलेन का रोल कर चुके हैं. हालांकि अमजद खान के बड़े बेटे शादाब खान अपने पिता जैसा करिश्मा नहीं दिखा पाए और उनकी ज्यादातर फिल्में फ्लॉप रही. शादाब खान ने फिल्म राजा की आएगी बारात से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. वहीं, अमजद खान के दूसरे बेटे सीमाब खान को भी एक्टिंग विरासत में मिली थी. उन्होंने 'हिम्मतवाला' और 'हाउसफुल 2' में साजिद खान को असिस्ट किया, लेकिन उनका मन नहीं लगा.
अमजद खान के करियर की तरफ रुख करें तो उन्होंने शोले के अलावा कसम खून की, परवरिश, इंकार, कसमे वादे, कालिया नसीब, याराना, सत्ते पे सत्ता और सतरंज के खिलाड़ी जैसी फिल्मों में काम किया. अमजद खान का जन्म 12 नवंबर, 1940 को पेशावर में हुआ था. 27 जुलाई, 1992 को हार्ट अटैक की वजह से उनका निधन हो गया.