मशहूर सरोदवादक उस्ताद अमजद अली खान का सरोद ब्रिटिश एयरवेज (बीए) की एक उड़ान से लापता हो गया जब वह शनिवार की रात लंदन से दिल्ली लौट रहे थे. अमजद अली 45 वर्षों से उस सरोद का इस्तेमाल कर रहे थे.
विमानन कंपनी ने दावा किया कि लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे के टर्मिनल-5 पर सामान संबंधी प्रणाली में कुछ समस्या थी. इसे हल करने की कोशिश की जा रही है. पद्म विभूषण से सम्मानित अमजद अली खान अपनी पत्नी सुभालक्ष्मी के साथ लंदन गए थे जहां उन्होंने डेरटिंगटन कॉलेज में 21 जून को रवींद्रनाथ ठाकुर के जीवन पर आयोजित समारोह में सरोद वादन किया. वह 28 जून की रात दिल्ली लौट आए. वह और उनकी पत्नी ब्रिटिश एयरवेज की उड़ान (बीए-143) में प्रथम श्रेणी में यात्रा कर लंदन से दिल्ली लौटे.
खान ने बताया, ‘जब हम 28 जून को दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे तो मुझे अपना बेशकीमती सरोद नहीं मिला. हमने 4-5 घंटे इंतजार किया और विमानन कंपनी के लोगों ने सरोद का पता लगाने का प्रयास किया. लेकिन वे उसका पता नहीं लगा सके और उन्होंने कहा कि अगली उड़ान से इसके आने की संभावना है.’
उन्होंने कहा, ‘48 घंटे से अधिक समय बीत गया और मैं अब भी इंतजार कर रहा हूं. इतनी बड़ी विमानन कंपनी इतनी गैरजिम्मेदार कैसे हो सकती है.’ खान ने बाद में अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया, ‘1997 में मेरे सरोद को क्षतिग्रस्त करने के बाद अब ब्रिटिश एयरवेज ने मेरे सरोद को गलत जगह पर रख दिया. 48 घंटे हो गए हैं और अब भी मैं बेचैनी से कोई खबर मिलने की प्रतीक्षा कर रहा हूं. अब तक पता नहीं लगा है.’ इस मामले में संपर्क करने पर ब्रिटिश एयरवेज ने कहा, ‘हीथ्रो हवाई अड्डे के टर्मिनल-5 पर सामान संबंधी प्रणाली में कुछ समस्या थी. हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि हमारे सभी यात्रियों को उनके सामान जल्द से जल्द मिल सकें.’
एयरलाइन प्रवक्ता ने कहा, ‘इस प्रक्रिया में उम्मीद से कहीं ज्यादा समय लग गया है. इस असुविधा के लिए हम माफी मांगते हैं.’ नाराज खान ने कहा कि उन्होंने एयरलाइन के पास इसकी शिकायत दर्ज कराई है और यह स्पष्ट किया है कि वह कोई हर्जाना नहीं चाहते. खान ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि विमानन कंपनी मेरे सरोद का पता लगाए और मुझे वह सरोद लौटा दे क्योंकि यह मेरे लिए अनमोल है और मैं कोई हर्जाना नहीं चाहता.’ उन्होंने कहा कि उन्होंने विमानन कंपनी से लंदन में कहा था, ‘सरोद को सावधानी के साथ रखें क्योंकि यह मेरा जीवन है, और अब ऐसा हो गया है.’ खान ने कहा, ‘कलाकार होने के नाते, मैं अपने उस सरोद के जरिए संवाद स्थापित करता था जो पिछले 45 साल से मेरे पास था. लेकिन अब यह खो गया है, तो मैं किस प्रकार संवाद स्थापित कर सकूंगा.’ खान ने ऐसे वाद्य यंत्रों की पैकेजिंग के लिए जरूरी प्रक्रिया के तहत लंदन में अपने सरोद को विशेष रूप से पैक कराया था. उसके बाद सरोद को चेकइन के लिए भेजा गया था.