'कोस कोस पर बदले पानी, चार कोस पर वाणी' ये कहावत, तो आपने पढ़ी या सुनी ही होगी, तो पानी बदलने के साथ आदमी बात व्यवहार में भी बदलता है. और अगर आदमी कई देशों के क्षेत्रफल के बराबर यूपी से हो, तो कैसे पहचानेंगे कि बंदा यूपी का ही है. यहां पढ़िए उन 14 लक्षणों के बारे में जिनसे पता चलता है कि वाकई बंदा यूपी का ही है.
खइके पान बनारस वाला.. घाटों के शहर से लेकर पूर्वांचल के दियरा तक चले जाइए. यूपी वालों के लिए पान और गुटखा फूंका हुआ मंत्र हैं, जो इंसान को मर्द बनाते हैं.
दहेज पर जबान नहीं लड़ाते
यूपी में लोग दहेज की बात नहीं करते, दहेज शब्द को, तो जबान पर भी नहीं लाते. कहते हैं, लड़की वाले की जितनी औकात होगी, दे ही देगा. लेकिन दहेज भरपूर चाहिए, चाहे लड़की का बाप जूतियां रगड़ता रह जाए.
मिथुन की फिल्मों पर PHD
मिथुन चक्रवर्ती के बारे में किसी यूपी वाले से पूछिए, 'गुंडा' से लेकर 'चांडाल' तक मिथुन की सारी फिल्मों के नाम गिना देगा. और तो और एक-एक सीन समझाएगा डायरेक्टर की तरह, मानो पीएचडी करके बैठा है. जाहिर है मिथुन चक्रवर्ती को स्टार बनाने में यूपी वालों का भी स्टेक हैं.
मारपीट यानी भौकाल टाइट करना
यूपी वालों के लिए मारपीट का मतलब भौकाल टाइट करना होता है, 'भइया जितने बड़े गुंडे होंगे, भौकाल उतना ही ज्यादा होगा.' किसी पुरनिए को छेड़के देखिए, ऐसा भौकाल जमाएगा कि आस पास की दस बीस निगाहें उसी पर जम जाएंगी.
'राम नाम' रूपी जुमले
यूपी के लोग जुमलों में बहुत यकीन रखते हैं. जैसे, हौंके जाओगे, पेले जाओगे, धकिया दिए जाओगे.. ऐसे जुमले उनके लिए 'राम नाम' की तरह हैं.
क्रिकेट में इलाहाबादी समोसे की गर्मी
जब तक मोहम्मद कैफ ने क्रिकेट मैदान पर इलाहाबादी समोसे की गर्मी नहीं फैलाई थी, ये खेल यूपी वालों के लिए सबसे बड़ा शोक का शबब था. बेचारे टीम इंडिया के लिए, तो मुंह फाड़कर गाल बजाते, लेकिन यूपी की बात आते ही शशिकांत खांडेकर, राहुल सप्रू और गोपाल शर्मा तक लुढ़क जाते हैं.
फॉर्मल पैंट के साथ स्पोर्ट्स शूज
मुंबईयां सिनेमा जितनी तेजी से बदला है, शायद उतनी ही तेजी से यूपी के लड़कों का फैशन स्टेटमेंट भी. लेकिन फॉर्मल शर्ट के साथ पूरे ताब में स्पोर्ट्स शूज पहने कोई यूपी वाला अब भी मिल जाता है.
यूपी वालों के कंधे गुरुत्वाकर्षण को धता बताते हुए पीछे की तरफ उठे होते हैं. अब इसके पीछे जो अज्ञात फॉर्मूला है, उसे सुलझाने के लिए आइंस्टीन को भवसागर पार करके दोबारा अवतरित होना होगा.
खुरचन की बीमारी; स्कूली शौचालयों से लेकर ट्रेनों के शौचालय तक भ्रमण कर लीजिए. नित्य क्रिया के लिए बने इन आलयों में कलात्मक कृतियों के दर्शन अवश्य होंगे.
दिल्ली की सियासत का रास्ता यूपी से होकर जाता है. ऐसे में लड़का यूपी का है, तो राजनीति ही बतियाएगा, चाहे कुछ आए ना आए.
अरहर वाली दाल छौंका मार के
यूपी के लोगों के लिए दाल का मतलब होता है, अरहर की दाल छौंका लगी हुई. भले ही वो दुनिया के किसी भी हिस्से में चला जाए, लेकिन बिना अरहर वाली दाल के उसका मन बुझा-बुझा रहता है.
'मैं नहीं हम'
यूपी के लोग वसुधैव कुटुम्बकम को चरितार्थ करते
हैं. लखनऊ में तो 'आप और हम' की पूरी संस्कृति है. यूपी में लोग 'मैं' नहीं
बोलते और ये उनके दिलदार होने का इंट्रोडक्शन है.
यूपी वाले सबसे अच्छी और बिना उच्चारण दोष के खड़ी बोली बोलते हैं. इसमें कोई शक नहीं.
यूपी वाला चाहे मजदूर ही क्यों ना हो, रहेगा तो ठनक के साथ, इस गुमान में कि संसद में 80 सांसद भेजता है.