
दक्षिण कोरिया की एंटरटेनमेंट दिग्गज HYBE, जो BTS, TXT, SEVENTEEN, ENHYPEN और LE SSERAFIM जैसी वैश्विक सुपरस्टार ग्रुप्स की जननी है, ने इस साल जब आधिकारिक रूप से HYBE INDIA की शुरुआत की, तो ये सिर्फ एक नए ऑफिस का उद्घाटन होने जैसा नहीं था. ये इस बात का संकेत था कि अब भारत को दुनिया के सबसे मजबूत संगीत इकोसिस्टम में से एक रणनीतिक घर के रूप में देखा जा रहा है.
भारत का संगीत परिदृश्य इस समय तेजी से बदल रहा है- इंडिपेंडेंट संगीत की नई उठान, रिकॉर्ड तोड़ स्ट्रीमिंग, संगठित फैन समुदाय और एक ऐसा Gen Z जो के-पॉप फैनकैम्स और देसी हिप-हॉप को एक ही प्लेलिस्ट में सहजता से मिलाता है. ऐसी पृष्ठभूमि में, HYBE का भारत आना सिर्फ स्वाभाविक नहीं बल्कि अपरिहार्य लगता है.
इस भारत-एक्सक्लूसिव बातचीत में, HYBE के चेयरमैन बैंग सी-ह्युक ने HYBE INDIA के विजन, रणनीति और भारतीय कलाकारों के लिए भविष्य के ब्लूप्रिंट पर विस्तार से बात की.
“फैंस हर जगह होते हैं”: क्यों भारत, और क्यों अभी
बैंग सी-ह्युक के अनुसार, भारत HYBE की वैश्विक रणनीति का तर्कसंगत अगला कदम है. वे कहते हैं, “‘फैंस हर जगह होते हैं’—हम इसी विश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं. HYBE INDIA हमारी इस वैश्विक सोच का विस्तार है.”
उनके मुताबिक, भारत सिर्फ विशाल नहीं, बल्कि गतिशील और निर्णायक मोड़ पर खड़ा बाजार है. वो कहत हैं- “1.4 बिलियन की आबादी के साथ, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा संगीत बाजार है. यहां की युवा जनसंख्या और डिजिटल मीडिया की तेजी से बढ़ती पहुंच इसे एक असाधारण अवसर बनाती है. ये वही माहौल है जहां HYBE का “मल्टी-होम, मल्टी-जेनर” मॉडल सबसे बेहतर तरीके से आकार ले सकता है.

मल्टीलिंगुअल इंडिया के लिए नया के-पॉप सिस्टम
HYBE अपने सिस्टम- ट्रेनिंग, IP मैनेजमेंट, फैन प्लेटफॉर्म्स- के लिए प्रसिद्ध है. लेकिन बैंग स्पष्ट करते हैं कि भारत को किसी भी तरह की तैयार कॉपी नहीं मिलने वाली. “हम ‘वन-साइज-फिट्स-ऑल’ मॉडल नहीं लाते. हर देश की संस्कृति, भाषा और फैनडम के मुताबिक सिस्टम को फिर से गढ़ते हैं”.
भारत की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता को वे HYBE की सबसे बड़ी ताकतों के साथ जोड़ने का अवसर मानते हैं. “भारत एक मल्टीलेयर्ड और हमेशा उबलता हुआ क्रिएटिव इकोसिस्टम है—एक शक्तिशाली ‘मेल्टिंग पॉट’ जिसे दुनिया देख रही है”.
भारत में बड़े स्तर पर ऑडिशन और स्थानीय ट्रेनिंग मॉडल
HYBE की ट्रेनिंग मेथडोलॉजी- जो के-पॉप की रीड है- भारत आ रही है, लेकिन भारतीय रूप में. बैंग बताते हैं, “हम अगले साल देशभर में ऑडिशन शुरू करेंगे. हम भारत के सांस्कृतिक संदर्भ को समझते हुए लंबे समय की रणनीति अपनाएंगे.” ट्रेनिंग फ्रेमवर्क HYBE का होगा, लेकिन विशेषज्ञ और कंटेंट भारतीय होंगे. उनके अनुसार—गुणवत्ता, कलाकारों के प्रति जिम्मेदारी और वैश्विक मानकों की मांग-ये सिद्धांत अपरिवर्तनीय हैं.
HYBE क्या नया लाएगा जो भारत में पहले नहीं देखा गया?
बैंग भारत की मौजूदा लेबल इंडस्ट्री की मजबूती स्वीकारते हैं, “T-Series और Zee Music जैसे लेबल्स भारत में लंबे समय से अग्रणी रहे हैं. हम उन्हें बदलने नहीं आए.”
लेकिन HYBE की संरचनात्मक बढ़त अलग है. “हमारे पास पिछले दो दशकों में विकसित हुआ एक ग्लोबल सिस्टम है-टैलेंट खोज से लेकर ट्रेनिंग, प्रोडक्शन और प्रमोशन तक”. HYBE की सबसे बड़ी विशिष्टता- नैरेटिव-ड्रिवेन प्रोडक्शन और फैन-एंगेजमेंट मॉडल—भारत में भी लागू होगा. “हम फैंस को सिर्फ उपभोक्ता नहीं, बल्कि सह-निर्माता मानते हैं”.

भारतीय कलाकारों के लिए कलाकार-केंद्रित मॉडल
HYBE कलाकारों को शून्य से तैयार करने के लिए जाना जाता है. ये भारत में भी दोहराया जाएगा. बैंग बताते हैं, “यह प्रक्रिया एकतरफा नहीं होती- हम कलाकार के विजन, पहचान और दिशा पर साथ काम करते हैं.” भारत की तेजी से उभरती इंडस्ट्री को देखते हुए, वे इसे सही समय मानते हैं मजबूत मानक और ढांचे बनाने का.
सहयोग—ट्रेंड नहीं, जिम्मेदारी
भारतीय फैंस स्वाभाविक रूप से कोलैब्स को लेकर उत्साहित हैं. बैंग खुलकर कहते हैं- “हम भारतीय कलाकारों के साथ सहयोग के लिए तैयार हैं, लेकिन सिर्फ लोकप्रियता के लिए कोलैब नहीं होंगे. वे संगीत और कहानी पर आधारित होने चाहिए.”
वे HYBE INDIA को एशिया-पैसिफिक और ग्लोबल नेटवर्क का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं.
डिजिटल इंडिया: भविष्य को अपनाने वाला बाजार
भारत की स्ट्रीमिंग ऊर्जा और उसका वैश्विक प्रवासी समुदाय HYBE की रणनीति में अहम है. “भारत ने कैसेट से सीधे स्ट्रीमिंग पर छलांग लगाई- ये असाधारण है. मुझे लगता है अगली डिजिटल इनोवेशन लहर अपनाने वालों में भारत सबसे आगे होगा”. HYBE इसके लिए स्थानीय डिजिटल विशेषज्ञों की टीम तैयार कर रहा हैं.
अगले 5–10 साल- HYBE INDIA एक वैश्विक नोड
बैंग के अनुसार, पहले तीन से पांच साल- नींव के निर्माण के लिए होंगे. इसके बाद तीन बड़े लक्ष्य सामने आएंगे:
1. दक्षिण एशिया और वैश्विक डाइस्पोरा को जोड़ने वाला सांस्कृतिक हब
2. भारतीय संगीत विरासत और समकालीन प्रोडक्शन के मेल के लिए प्रयोगशाला
3. भारत से निकले नए इनोवेशन को वैश्विक लेबल्स तक पहुंचाने वाला मॉडल

भारतीय फैंस के लिए बैंग का संदेश: “अब प्यार लौटाने का समय है”
बैंग याद करते हैं कि 2020 में BTS के ‘Dynamite’ ने भारत में कैसी अप्रत्याशित प्रतिक्रिया पाई. “भारत उन देशों में था जहां स्ट्रीमिंग सबसे तेज बढ़ी. ‘Dynamite’ चैलेंज भारत से ग्लोबल हुआ,”. HYBE उस समय भारतीय फैंस के प्यार का जवाब देने के तरीके खोज रहा था. अब वे कहते हैं: “अब हमारी बारी है प्यार लौटाने की. हम जल्दबाजी नहीं करेंगे-भारतीय फैंस के साथ मिलकर सही रास्ता खोजेंगे.”
और अंत में, HYBE INDIA का मिशन वे एक वाक्य में परिभाषित करते हैं, “जहां भारत की आवाज वैश्विक कहानियां बने.”
इस दिशा में पहला बड़ा कदम मुंबई में होने जा रही प्रदर्शनी “Jung Kook: GOLDEN — The Moments” होगी, जो जुनगकुक के सोलो युग और भारत की तेजी से बढ़ती फैन संस्कृति के बीच पहला प्रतीकात्मक पुल होगी. ये प्रदर्शनी भारत में 12 दिसंबर से 11 जनवरी तक आयोजित की जाएगी.