काफी वक्त से अगर आप एक अच्छी कॉमेडी सीरीज की तलाश कर रहे थे, तो नेटफ्लिक्स पर 'मामला लीगल है' रिलीज हो चुकी है. सीरीज रवि किशन और यशपाल शर्मा जैसे धुरंधर स्टार्स से सजी हुई है. जानते हैं कि रवि किशन और यशपाल शर्मा की सीरीज की कहानी क्या है और ये आपको कितनी पसंद आने वाली है.
क्या है सीरीज की कहानी?
'मामला लीगल है' की कहानी दिल्ली के पटपड़गंज डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की है. सीरीज की शुरुआत रवि किशन के किरदार वीडी त्यागी के कैरेक्टर से होती है. वीडी त्यागी चतुर-चालाक वकील है, जिन्हें कानून में कमियां ढूंढने में महारत हासिल है. वीडी त्यागी एक होशियार वकील तो हैं ही, साथ ही उन्हें बार एसोसिएशन का अध्यक्ष बनने की भी चाहत है. उनके साथ सीरीज में अनन्या श्रॉफ भी हैं, जिसका रोल एक्ट्रेस नैला ग्रेवाल ने निभाया है.
अनन्या की पढ़ाई हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से हुई है, जो वंचित लोगों को कानूनी तौर पर मदद देने का सपना देखती हैं. पर पटपड़गंज कोर्ट में आकर उसे सिस्टम का सच पता चलता है. 'मामला लीगल है' में है आपको कोर्ट रूम का सच तो दिखता ही है, साथ ही वकीलों की निजी जिंदगी की हकीकत भी देखने को मिलती है. सीरीज मजेदार है, जिसके 8 एपिसोड देखकर आप हंस-हंस कर लोट-पोट हो जाएंगे.
रवि किशन ने मचाया भौकाल
नेटफ्लिक्स पर अब तक हमने बहुत सारे क्राइम और थ्रिलर शोज देखे हैं. पर 'मामला लीगल है' उन सभी सीरीज से काफी अलग है. सीरीज एक कॉमेडी ड्रामा है, जिसकी जान रवि किशन हैं. वकील वीडी त्यागी के किरदार में रवि किशन गर्दा उड़ाते दिखे. उनका किरदार शो में माहौल बनाए रखता है. वकील के रोल में वो ऐसे जचे कि उन पर से नजरें हटाना मुश्किल रहा. नैला ग्रेवाल, यशपाल शर्मा, निधि बिष्ट और अनंत जोशी सहित बाकी सहायक कलाकार भी सीरीज में अपनी के साथ परफॉर्मेंस के न्याय करते दिखे.
क्यों देखें सीरीज?
8 एपिसोड वाली इस सीरीज में अजीब मुकदमों की गजब कहानी को दिखाया गया है, जिसे देखकर चेहरे पर हंसी आना लाजमी है. सीरीज की कहानी इतनी मजेदार है कि ये आपका मूड एकदम लाइट कर देती है. 'मामला लीगल है' में मजाकिया अंदाज में कई वन-लाइनर्स और चुटकुलें हैं, जो आपको पूरी तरह एंटरटेन करते हैं, साथ ही दर्शकों पर गहरी छाप भी छोड़ते हैं. ये एक साफ-सुथरी कॉमेडी जॉनर वाली सीरीज है, जिसे देखना आपके लिये मजेदार होना वाला है.
सीरीज का डायरेक्शन राहुल पांडे ने किया है. फिल्म का डायरेक्श सिंपल और सटीक है. राहुल ने बिना डबल मीनिंग जोक्स और फूहड़पन के सीरीज का निर्देशन किया और उसमें सफल भी हुए.
अंत में हम तो यही कहेंगे कि इस वीकेंड अगर कुछ अच्छा देखने का प्लान कर रहे हैं, तो 'मामला लीगल है' आपके लिए बेहतर ऑप्शन है.