वो 80s का दौर हो, 90s का या नई सदी के शुरुआती सालों का… हिंदी फिल्मों का फैनडम हर किसी की रगों में कभी न भी, रत्ती भर ही सही, लेकिन घुला जरूर है. और इस प्यार का स्वाद जिसकी जीभ पर जरा सा भी है, उसकी फेवरेट फिल्मों की लिस्ट में 'यश राज फिल्म्स' के बैनर तले बनी कोई न कोई फिल्म जरूर होगी.
नेटफ्लिक्स की नई डॉक्यूमेंट्री 'द रोमांटिक्स' (The Romantics) यश राज फिल्म्स नींव रखने वाले, लेजेंड फिल्ममेकर यश चोपड़ा और उनके बेटे आदित्य चोपड़ा के सफर के जरिए हिंदी सिनेमा को एक्सप्लोर करती है. इस बात में कोई दो राय नहीं है कि 'कभी कभी' 'सिलसिला' 'लम्हे' 'चांदनी' 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' और मोहब्बतें जैसी सदाबहार-यादगार फिल्में देने वाले इस प्रोडक्शन हाउस ने अपनी कहानियों से बड़े पर्दे पर 'प्यार' की सबसे खूबसूरत तस्वीरें गढ़ी हैं.
इस एक वजह से 'द रोमांटिक्स' हिंदी सिनेमा के फैन्स के लिए एक शानदार स्मारक की तरह काम करती है. जिसे देखते हुए आपके चेहरे पर एक सतत मुस्कुराहट बनी रहेगी, आंखों में एक सपना सा चलता रहेगा और यादों में आपकी लाइफ में थिएटर्स में फिल्म देखने के यादगार अनुभव कौंधते रहेंगे.
'बॉलीवुड' लवर्स के लिए खजाना
'द रोमांटिक्स' में YRF की पुरानी से लेकर नई फिल्मों की मेकिंग के वीडियो-तस्वीरें अपने आप में किसी खजाने से कम नहीं हैं. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को डिफाइन करने वाले इस बैनर की फिल्मों के पीछे की कहानी, नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री में देखते हुए आप स्क्रीन से चिपके रह सकते हैं.
यश चोपड़ा का निधन 2012 में, उनकी आखिरी फिल्म 'जब तक है जान' रिलीज होने से पहले हो गया था. मगर 'द रोमांटिक्स' में उनसे बातचीत के पुराने फुटेज, उनके विजन और फिल्म इंडस्ट्री में आने वाले बदलावों को समझने के काम आती है. अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, ऋतिक रोशन, सलमान खान, माधुरी दीक्षित, जूही चावला जैसे तमाम स्टार्स-सुपरस्टार्स के इंटरव्यू लगातार बांधे रखते हैं. यश चोपड़ा की पत्नी पामेला चोपड़ा की बातें उस व्यक्ति के और करीब ले जाती हैं जो हिंदी सिनेमा के लेजेंड फिल्ममेकर्स में शुमार है. 2020 में दुनिया को अलविदा कह चुके ऋषि कपूर को एक बार फिर उनके ट्रेडमार्क अंदाज में बात करते देखना, किसी भी फिल्म फैन की धड़कन बढ़ा सकता है.
वो 'अदृश्य' फिल्ममेकर
'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' और 'मोहब्बतें' जैसी फिल्में डायरेक्ट करने वाले, और बतौर प्रोड्यूसर YRF को नया विजन देने वाले आदित्य चोपड़ा का इंटरव्यू 'द रोमांटिक्स' का सबसे दिलचस्प पॉइंट कहा जा सकता है. आदित्य पब्लिक के बीच ऑलमोस्ट गायब रहते हैं. पिछले कई सालों में उनका कोई इंटरव्यू नहीं है. पैपराजी के लिए आदित्य को, उनकी ही फिल्मों से जुड़ी पार्टियों में स्पॉट कर पाना एक असंभव काम रहा है.
इस बार आदित्य को सुनकर, उनका विजन और इंडस्ट्री की नॉलेज देखकर आप ये सोचते राह जाएंगे कि ये और ज्यादा इंटरव्यू क्यों नहीं देते! लेजेंड का दर्जा पा चुके पिता की छांव में अपनी अलग पहचान खोजना, प्रोडक्शन हाउस को नया विजन देना, यश राज स्टूडियो को बनाना और हिंदी सिनेमा को बदलने वाली फिल्में बनाना… ये सब बताते आदित्य चोपड़ा को सुनना पक्के बॉलीवुड फैन के लिए एक फैंटेसी सच होने जैसा है.
'पठान' शाहरुख और एक्शन
पर्दे पर 'रोमांस का किंग' कहे जाने वाले शाहरुख खान की एक्शन फिल्म 'पठान' थिएटर्स में धमाल कर रही है. 'द रोमांटिक्स' में शाहरुख को सुनकर समझ आता है कि एक्शन के लिए उनकी भूख कितनी तगड़ी है. 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में एकमात्र एक्शन सीक्वेंस को लेकर उनकी एक्साइटमेन्ट देखने लायक है.
एक्शन फिल्मों की तलाश करते शाहरुख को रोमांस का आइकॉन बना देने में आदित्य चोपड़ा का विजन और रोल भी इस डॉक्यूमेंट्री में नजर आता है. ये भी समझ आता है कि 'पठान' में शाहरुख को एक्शन स्टार बनाना, फिल्ममेकर आदित्य चोपड़ा के लिए किसी वादे को पूरा करने जैसा है.
बदलती फिल्म इंडस्ट्री और 'नेपोटिज्म'
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को पिछले कई सालों से नेपोटिज्म की डिबेट कहीं न कहीं से घेर लेती है. इंडस्ट्री का एक टॉप प्रोडक्शन हाउस चलाने वाले आदित्य चोपड़ा का नेपोटिज्म को लेकर व्यू बहुत दिलचस्प है. 'द रोमांटिक्स' में YRF के नए दौर पर भी अच्छा खासा फोकस है, जिसमें रणवीर सिंह, अनुष्का शर्मा और भूमि पेडनेकर जैसे स्टार्स लॉंच हुए.
प्रोडक्शन हाउस का बदलता विजन और उसमें 'धूम' 'बंटी बबली' और 'हम तुम' जैसी फिल्मों का आना भी डॉक्यूमेंट्री को दिलचस्प बनाता है. एक फिल्म कंपनी के विजन के साथ-साथ इंडस्ट्री का अर्थशास्त्र और बिजनेस भी 'द रोमांटिक्स' में आपको पर्याप्त देखने को मिलेगा. हॉलीवुड स्टुडियोज का हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखना और उससे बदलते समीकरणों की बात भी की गई है.
टाइमिंग का खेल
पिछले दो-ढाई साल से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री लगातार एक के बाद एक विवादों की लपटों में घिरी रही है. एक तरफ नेपोटिज्म का आरोप पूरी इंडस्ट्री के काम करने के तरीकों पर बड़ा प्रश्न चिह्न लेकर आया, तो दूसरी तरफ सुशांत सिंह राजपूत का निधन और उसके बाद ड्रग्स से जुड़े विवादों ने इंडस्ट्री की नैतिकता को भी सवालों के घेरे में ला पटका. ऊपर से साउथ में बनी फिल्मों की शानदार कामयाबी और लोकप्रियता के बीच, बॉलीवुड की फीकी पड़ती बॉक्स परफॉर्मेंस से भी इंडस्ट्री की चमक थोड़ी कमजोर सी पड़ती लगी.
यश राज फिल्म्स की शाहरुख खान स्टारर 'पठान' ने 15 दिन में बॉक्स ऑफिस का इतिहास पलट दिया है. इस समय 'पठान' भारत में 500 करोड़ कमाने वाली पहली बॉलीवुड फिल्म बन गई है और वर्ल्डवाइड 1000 करोड़ का आंकड़ा छूने को तैयार है. यानी बॉक्स ऑफिस पर इंडस्ट्री को एक हाई-पॉइंट मिल गया है. 'द रोमांटिक्स' परसेप्शन के खेल में बॉलीवुड को काफी मदद करने वाली डॉक्यूमेंट्री है.
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए 'बॉलीवुड' शब्द का इस्तेमाल कितना सही है या गलत, इसपर भी इंडस्ट्री के लोग 'द रोमांटिक्स' में बात कर रहे हैं. अधिकतर को 'बॉलीवुड' कहा जाना नापसंद दिखता है, मगर सवाल ये भी है कि ये पहचान का शब्द भी बन गया है. इस बॉलीवुड को नेटफ्लिक्स की ये डॉक्यूमेंट्री पूरे 'बॉलीवुडिया' स्टाइल में गानों, डांस, इमोशन, रोमांस, एक्शन के साथ थोड़े ड्रामेटिक अंदाज में सेलिब्रेट करती है. लेकिन ड्रामा तो हमारे सिनेमा का एक अचूक फीचर रहा है न, तो उससे क्या सकुचाना!
ऐसा भी नहीं है कि इस डॉक्यूमेंट्री में सिर्फ कामयाबी और शानदार फिल्मों की ही बात आपको सुनने को मिलेगी. यश राज फिल्म्स की कुछ बड़े फेलियर्स को भी इसमें एड्रेस किया गया है. जिसमें यश चोपड़ा की 'लम्हे' 'विजय' और बाद में आदित्य के आगे आने के बाद 'मुझसे दोस्ती करोगे' जैसी फिल्में शामिल हैं. 'द रोमांटिक्स' के अधिकतर इंटरव्यू 2018-19 से पहले लिए हुए लगते हैं क्योंकि YRF ने इस पीरियड के बाद बड़ी फ्लॉप फिल्मों का एक सिलसिला देखा है. बीते सालों में आदित्य चोपड़ा की 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' 'शमशेरा' 'सम्राट पृथ्वीराज' जैसी बड़ी फिल्में फ्लॉप हुई हैं, जिनका जिक्र डॉक्यूमेंट्री में नहीं है.
थोड़ा पीछे की बात करें तो डॉक्यूमेंट्री के लिए आदित्य चोपड़ा से 'टशन' 'झूम बराबर झूम' जैसी फिल्मों पर भी बात की जाए सकती थी. टेक्निकली ये फिल्में फ्लॉप नहीं थीं मगर ये उस कामयाबी से बहुत दूर रह गई थीं जिसकी उम्मीद की जा रही थी. लेकिन शायद उसी पीरियड में 'चक दे इंडिया' और 'रब ने बना दी जोड़ी' की बड़ी कामयाबी पर बात के बीच में ये चीज गुम हो गई.
नेटफ्लिक्स पर 'द रोमांटिक्स' जरूर देखने लायक डॉक्यूमेंट्री है. एक बॉलीवुड फैन के लिए वैलेंटाइन्स डे का इससे खूबसूरत तोहफा नहीं हो सकता. और अगर आप इंडस्ट्री को नापसंद भी करते हैं तो भी इसे जरूर देखें क्योंकि बहसों की पिक्चर तो हमेशा बाकी ही रहती है दोस्त… और इस पिक्चर को चलाने के लिए भी तो क्वालिटी कंटेंट चाहिए न!