
सुपरस्टार शाहरुख खान ने इस साल जिस तरह कमबैक किया है, उसकी कहानी लंबे समय तक कही जाती रहेगी. 2018 में 'जीरो' जैसी बड़ी फ्लॉप फिल्म देने के बाद शाहरुख ने बड़े पर्दे से लंबा ब्रेक ले लिया था. 2023 में जब उनकी फिल्म 'पठान' रिलीज हुई तो ऐसा लगा जैसे सिनेमा लवर्स शाहरुख को बड़े पर्दे पर देखने के लिए भूखे बैठे हुए थे.
'पठान' ने शाहरुख को जिस नए एक्शन अवतार में दिखे, उनके फैन्स शायद अपने हीरो को उसी विस्फोटक अंदाज में बड़े पर्दे पर देखने का इंतजार कर रहे थे. इस पूरे साल फिल्म फैन्स के दिमाग में शाहरुख का जलवा और जुबान पर उनका नाम लगातार बना रहा. इस क्रेज का कमाल ये रहा कि शाहरुख ने इंडस्ट्री को इस साल ऐसी बड़ी हिट्स दीं कि पिछले सारे रिकॉर्ड ही बदल गए.
अब साल खत्म होने पर, जब शाहरुख की तीसरी फिल्म 'डंकी' थिएटर्स में है तब, उनकी कामयाबी ने एक और बड़ा कमाल कर दिया है. पिछले कई सालों से इंडियन बॉक्स ऑफिस पर लगातार दबदबा बनाती आ रहीं साउथ फिल्मों का चक्रव्यूह शाहरुख ने भेद दिया है. कैसे? आइए बताते हैं...
हर साल बॉक्स ऑफिस टॉप करतीं साउथ की फिल्में
साउथ की चारों इंडस्ट्रीज ने कुछ सालों में एक से बढ़कर एक बड़ी फिल्में दी हैं. दशकों से ये ट्रेंड चलता आ रहा था कि हर साल इंडियन बॉक्स ऑफिस पर टॉप ग्रॉस कलेक्शन करने वाली फिल्म, हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की होती थी. नई शताब्दी के शुरू होने के बाद रजनीकांत की फिल्म 'एन्थिरन' (रोबोट) ने पहली बार ये ट्रेंड ब्रेक किया और 214 करोड़ रुपये के ग्रॉस कलेक्शन के साथ इंडियन बॉक्स ऑफिस पर साल 2010 की सबसे बड़ी फिल्म रही. लेकिन आने वाले सालों में बॉलीवुड के खान्स का दबदबा इस मामले में बना रहा.

फिर आया बॉक्स ऑफिस का 'बाहुबली'
एसएस राजामौली की अचीवमेंट क्यों बड़ी है, इसे समझने का एक एंगल ये भी है कि 'एन्थिरन' के 5 साल बाद 'बाहुबली' दूसरी साउथ से आई फिल्म बनी जिसने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर टॉप किया. इसके नाम 2015 का सबसे बड़ा ग्रॉस कलेक्शन (520 करोड़) था.
2016 में आमिर खान की दंगल 538 करोड़ के ग्रॉस कलेक्शन के साथ इंडियन बॉक्स ऑफिस पर टॉप फिल्म बनी मगर इसके बाद के साल पूरी तरह साउथ के नाम रहे. 2017 में 'बाहुबली 2' (1430 करोड़) इंडिया में सबसे ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन करने वाली फिल्म थी और 2018 में रजनीकांत की '2.0' (519 करोड़).

2019 में एक बिल्कुल नया कमाल हुआ और इंडियन बॉक्स ऑफिस पर पहली बार कोई हॉलीवुड फिल्म सबसे कमाऊ साबित हुई. 'अवेंजर्स: एंडगेम' 445 करोड़ ग्रॉस कलेक्शन के साथ इंडियन बॉक्स ऑफिस पर सबसे कमाऊ फिल्म रही. 2020 की शुरुआत में ही कोरोना आ गया और लॉकडाउन लगा. तबतक अजय देवगन की 'तानाजी' सबसे बड़ी इंडियन फिल्म रही, लेकिन चूंकि साउथ के कई बड़े प्रोजेक्ट रिलीज ही नहीं हुए और अटके रह गए, इसलिए इस साल को गिनना सही नहीं होगा.
2021 में थिएटर्स के दोबारा खुलते ही फिर अल्लू अर्जुन की 'पुष्पा: द राइज' 325 करोड़ के साथ टॉप पर पहुंच गई. और 2022 कन्नड़ सिनेमा से निकली 'KGF 2' के नाम रहा, जिसने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर 1000 करोड़ से ज्यादा का ग्रॉस कलेक्शन किया. यानी 2015 में 'बाहुबली' के आने के बाद से, 'दंगल' को छोड़कर साल की बाकी सभी टॉप भारतीय फिल्में साउथ की रहीं.
शाहरुख खान ने तोड़ा ट्रेंड
2023 में शाहरुख की कमबैक फिल्म 'पठान' ने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर 650 करोड़ से ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन किया. लेकिन इसी साल शाहरुख की दूसरी रिलीज 'जवान' ने इंडिया में 760 करोड़ ग्रॉस कलेक्शन किया. और इंडियन बॉक्स ऑफिस पर साल की सबसे बड़ी फिल्म है.
शाहरुख की 'डंकी' के साथ ही रिलीज हुई प्रभास की 'सलार' सॉलिड कमाई कर रही है और अबतक इंडिया में 300 करोड़ ग्रॉस कलेक्शन कर चुकी है. लेकिन ट्रेंड देखते हुए अब ये साफ है कि 'जवान' के 760 करोड़ तक पहुंच पाना इसके लिए नामुमकिन नजर आ रहा है.
सुपरस्टार शाहरुख ने बॉलीवुड को कई साल बाद इंडियन बॉक्स ऑफिस पर टॉप पोजीशन पर अपनी फिल्म देखने का मौका तो दे दिया है. मगर अब ये देखना दिलचस्प होगा कि 2024 में जब शाहरुख की कोई नई रिलीज नहीं होगी, तब बॉलीवुड की तरफ से बड़ी दावेदारी कौन पेश करेगा. क्योंकि अगले साल साउथ से कई बड़े प्रोजेक्ट्स लाइन में हैं.