कई बार देखा गया है कि फिल्म की रिलीज के बाद केवल हीरो, हीरोइन और विलेन को ही इसकी सक्सेस का क्रेडिट दिया जाता है. कई एक्टर्स फिल्म में नोटिस नहीं होते, जबकि उनका काम शानदार होता है. ऐसी ही अमिताभ बच्चन की एक फिल्म 'अग्निपथ' रही. साल 1990 में रिलीज हुई इस फिल्म से मिथुन चक्रवर्ती, टीनू आनंद, डैनी डेनजोन्गपा और कई एक्टर्स को नाम और फेम मिला, लेकिन 71 साल के रेशम अरोड़ा को किसी ने क्रेडिट नहीं दिया. इस समय वह आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं. उनके पास काम नहीं है.
आर्थिक तंगी से जूझ रहे रेशम
रेशम अरोड़ा ने अपने करियर में कई अच्छे किरदार निभाए हैं. यह 'अग्निपथ' में डॉक्टर की भूमिका में नजर आए थे, जिन्होंने फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती का इलाज किया था. इसके अलावा वह 'खुदा गवाह' में एक जेलर की भूमिाक में नजर आए थे. यह कई फिल्म के साथ टीवी शोज का भी हिस्सा रह चुके हैं. ई-टाइम्स संग बातचीत में एक्टर ने करियर के उतार-चढ़ाव को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि मेरे लिए इंडस्ट्री में कोई काम नहीं है. जबसे लॉकडाउन लगा है, तभी से यह हाल है. लोग कहते हैं कि चीजें खुल रही हैं, मैं अपने लिए कोई भी काम नहीं देख पा रहा हूं.
रेशम ने कहा कि कुछ सालों पहले मैं चलती ट्रेन से गिर गया था. इसके बाद अश्विन धीर के शो 'चिड़िया घर' के सेट पर किसी जानवर ने मेरे पैर पर काट लिया, जिसकी वजह से मैं कुछ समय चल भी नहीं पाया. केवल यही नहीं, मेरी पत्नी की नजर भी काफी कमजोर होने लगी. मुझे पैसों के साथ काम की जरूरत है. सिंटा ने मेरी कुछ मदद की है, लेकिन वह इतनी नहीं कि मैं अपनी और पत्नी की हालत में सुधार कर सकूं. मैं टूटा हुआ महसूस कर रहा हूं. आर्थिक तंगी से जूझ रहा हूं.
बॉलीवुड के वो सितारे, जिनका आर्थिक तंगी, गुमनामी में बीता आखिरी वक्त
रेशम अरोड़ा उम्मीद कर रहे हैं कि उनके को-स्टार्स और इंडस्ट्री के दोस्त उनकी आर्थिक रूप से मदद करेंगे. करियर को एक बार फिर ट्रैक पर लाने में मददगार साबित होंगे. बता दें कि 'अग्निपथ' के लिए मिथुन चक्रवर्ती और अमिताभ बच्चन को बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था. साल 2012 में इस फिल्म का रीमेक आया था, जिसमें ऋतिक रोशन और संजय दत्त लीड रोल में थे.