बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर का पिता ऋषि कपूर से बड़ा ऑन एंड ऑफ किस्म का रिश्ता रहा. लेकिन एक्टर कभी इस पर बात करने से परहेज करते नहीं दिखे. रणबीर ने बताया कि जब पिता ऋषि कपूर का इलाज शुरू भी नहीं हुआ था, तब वो मेंटल हेल्थ के बुरे दौर से गुजर रहे थे. वो थेरेपी भी लिया करते थे. रणबीर ने बताया कि आदमियों के मेंटल हेल्थ के बारे में ज्यादा बात नहीं की जाती है. कैसे वो अकसर इस पर हेल्प लेने से कतराते दिखते हैं.
मेंटल इशूज से गुजरे रणबीर
रणबीर कपूर ने निखिल कामत संग बातचीत में बताया कि उनके पिता ऋषि कपूर से पहले वो थेरेपी लेने लगे थे. रणबीर बोले- मैंने अपने पिता के बीमार होने से पहले थेरेपी ट्राय की थी. मुझे नहीं लगता कि ये मेरे लिए दो वजहों से कारगर साबित हुई. सबसे पहले, क्योंकि मैं अपने आप को डॉक्टर के सामने पूरी तरह से एक्सप्रेस नहीं कर पाया. दूसरा, डॉक्टर किसी तरह से, मुझे सिखा रहे थे कि लाइफ को कैसे कंट्रोल किया जाए.
''इन सब पर काबू पाने के लिए, एक तरीका है जिससे आप खुद को कुछ चीजें सिखाकर सीख सकते हैं. वो जो कुछ भी मुझे बता रहा था, उससे मुझे एहसास हुआ कि मैं लाइफ में हेरफेर नहीं करना चाहता. मैं किसी भावना को अलग रखकर उससे बचना नहीं चाहता क्योंकि इससे मुझे शांति मिलती है.''
''अब आप इस टॉपिक पर इतनी खुलकर बात नहीं कर सकते क्योंकि कोई भी व्यक्ति कुछ ऐसा उठा सकता है और आपको एंटी-फेमिनिस्ट या मेल शॉविनिस्ट कह सकता है. मुझे लगता है कि चाहे वो पुरुष हो या महिला, अगर वो मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं, तो मदद लेने में कोई शर्म नहीं है. इसके बारे में रोने में कोई शर्म नहीं है, और जो लोग आपसे प्यार करते हैं वो समझेंगे.''
फायदा मत उठाएं, बात करें
रणबीर ने कहा कि ये बहुत जरूरी है कि आप मेंटल हेल्थ के इशूज को शांति से और ग्रेसफुली डील करें. एक्टर ने बताया कि कई लोग इसका एक्चुअल में फायदा उठा जाते हैं. रणबीर बोले- मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसी समस्या है जिससे शांतिपूर्वक और बहुत शालीनता से निपटना अच्छा होता है. इसे किसी काम को ना करने और किसी खास तरीके से ना रहने का बहाना न बनाएं. ये एक समस्या है, इसका समाधान ढूंढें और इस पर काम करते रहें.
वर्कफ्रंट: रणबीर कपूर जल्द ही नितेश तिवारी की रामायण मे दिखाई देंगे. वो इसकी शूटिंग कर रहे हैं. इसके अलावा एक्टर के पास संदीप रेड्डी वांगा की एनिमल पार्क और संजय लीला भंसाली की लव एंड वॉर भी है.