
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट का शानदार जीत के बाद पेरिस ओलंपिक के फाइनल में पहुंचना, लोगों को एक आइकॉनिक बॉलीवुड फिल्म 'दंगल' (2016) की याद दिला गया. विनेश फोगाट, महावीर फोगाट की भतीजी हैं और जिनका किरदार फिल्म में आमिर खान ने निभाया था. महावीर फोगाट ने अपनी चार बेटियों- गीता, बबीता, ऋतु और संगीता के साथ-साथ, अपने छोटे भाई की बेटियों विनेश और प्रियंका को भी पाला है और उन्हें कुश्ती की शुरुआती ट्रेनिंग दी है.

'दंगल' की कहानी ने भारतीय महिला कुश्ती के एक बड़े चैप्टर को बड़े पर्दे पर पेश किया था. अब भले विनेश का ओलंपिक में सफर मैडल तक पहुँचने से पहले रुक गया हो, लेकिन जब भी महिला कुश्ती की बात होगी तो इस फिल्म का जिक्र जरूर आएगा. लेकिन क्या आपको पता है कि ओलंपिक्स और भी फिल्मों के प्लॉट का बड़ा हिस्सा रहे हैं. बॉलीवुड फिल्मों ने सिर्फ कुश्ती ही नहीं, दूसरे खेलों और खिलाड़ियों की ओलंपिक जर्नी को कहानी में पेश किया है. आइए बताते हैं इन फिल्मों के बारे में...
गोल्ड- 2018
अक्षय कुमार स्टारर 'गोल्ड' की कहानी भारतीय हॉकी प्लेयर किशन लाल की लाइफ से इंस्पायर थी. फिल्म में अक्षय ने, बर्लिन ओलंपिक्स में गोल्ड मैडल जीतने वाली इंडियन हॉकी टीम के मेनेजर का रोल किया था. तब अंग्रेजों के शासन में ओलंपिक्स में हिस्सा ले रही भारतीय टीम की जीत पर, ब्रिटिश नेशनल एंथम बजा था. अक्षय का किरदार 1947 के बाद वाले आजाद भारत को भी ओलम्पिक गोल्ड दिलाने का सपना देखता है. और 1948 के लंदन ओलंपिक में उसका ये सपना पूरा होता है.

भाग मिल्खा भाग- 2013
फरहान अख्तर स्टारर 'भाग मिल्खा भाग', 3 ओलंपिक इवेंट्स (1956, 1960 और 1964) में भारत को रिप्रेजेंट करने वाले एथलीट मिल्खा सिंह की बायोपिक थी. फिल्म में मिल्खा सिंह का रोल कर रहे फरहान ओलंपिक्स में हिस्सा लेते नजर आते हैं. फिल्म में ओलंपिक इवेंट्स मिल्खा को मैडल तो नहीं दिलाते, लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ को अफेक्ट करते हैं.

साइना- 2021
परिणीति चोपड़ा स्टारर 'साइना', ओलंपिक मैडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन प्लेयर साइना नेहवाल की बायोपिक है. फिल्म में हैदराबाद से निकलीं साइना के वर्ल्ड चैंपियन बनने तक का सफर दिखाया गया है. 2012 के लंदन ओलंपिक में उनका ब्रॉन्ज मैडल जीतना भी इस कहानी का हिस्सा है.

सुल्तान- 2016
सलमान खान और अनुष्का शर्मा स्टारर इस फिल्म में ओलंपिक गेम्स, कहानी के प्लॉट का टर्निंग पॉइंट थे. सलमान का लीड किरदार सुल्तान, और उसकी पत्नी आरफा कुश्ती में ओलंपिक क्वालीफाई कर जाते हैं. लेकिन प्रेग्नेंट होने की वजह से आरफा हिस्सा नहीं ले पाती और उसका गोल्ड मैडल जीतने का सपना सुल्तान पूरा करता है. मगर इस जीत के बाद कहानी पलटती है और सुल्तान, आरफा से अलग हो जाता है. कहानी में एक ट्रैजिक ट्विस्ट के बाद सुलतान और आरफा फिर से मिल जाते हैं.

सूरमा- 2018
2012 के लंदन ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 8 साल के गैप के बाद क्वालिफाई किया था. क्वालिफायर टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा, 16 गोल संदीप सिंह ने किए थे. 2006 में, कमर में गोली लगने के बाद संदीप की लोअर बॉडी पैरालाईज हो गई थी और डॉक्टर्स ने कह दिया था कि वो अब शायद अपने पैरों पर खड़े न हो पाएं, हॉकी खेलना तो दूर की बात है. उनकी कमबैक स्टोरी, एक बहुत बड़ी इंस्पिरेशन है.

'सूरमा' संदीप सिंह की बायोपिक थी और फिल्म में उनका किरदार दिलजीत दोसांझ ने निभाया था. भारतीय पुरुष हॉकी टीम का ओलंपिक क्वालीफाई करना, उसमें संदीप के सबसे ज्यादा गोल होना, लेकिन टीम का ग्रुप स्टेज से आगे न जा पाना भी फिल्म में नजर आता है.
पहली बार ओलंपिक में क्वालीफाई (2012, लंदन) करने वाली और ब्रॉन्ज मैडल जीतने वालीं इंडियन महिला बॉक्सर मैरी कॉम की भी बायोपिक बनी है.

प्रियंका चोपड़ा स्टारर 'मैरी कॉम' (2014) ने नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी जीता था. इस फिल्म में मैरी कॉम की कहानी तो थी, लेकिन उनकी पांचवीं वर्ल्ड चैंपियनशिप और ओलंपिक जर्नी फिल्म में नहीं थी.