पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की फिल्म 'अबीर गुलाल' लगातार विवादों के घेरे में है. कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर से इस फिल्म को बॉयकॉट करने की मांग उठ रही है. 'अबीर गुलाल' से फवाद बॉलीवुड में 9 साल बाद वापसी करने वाले थे. लेकिन पहलगाम में हुए नरसंहार के बाद एक बार फिर भारत और भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के दरवाजे फवाद समेत पाकिस्तान के सभी आर्टिस्ट के लिए बंद हो गए हैं.
थिएटर मालिकों ने फिल्म को नकारा
फवाद खान ने बॉलीवुड एक्ट्रेस वाणी कपूर के साथ फिल्म 'अबीर गुलाल' में काम किया है. इस फिल्म को लेकर शिव सेना ने पहले ही नाराजगी जताई और कहा था कि वो महाराष्ट्र में इसे रिलीज नहीं होने देंगे. हालांकि पिक्चर के गाने और टीजर रिलीज होने के बाद इसे जनता से प्यार मिल रहा है. हाल ही में एक इवेंट के दौरान फवाद और वाणी को 'अबीर गुलाल' का प्रमोशन करते भी देखा गया था. पिक्चर को 9 मई को रिलीज होना था, जिस पर रोक लगा दी गई है.
सूत्रों का कहना है कि भारत के थिएटर मालिकों और डिस्ट्रिब्यटर्स ने पहलगाम के हादसे को देखते हुए फवाद खान की फिल्म से हाथ पीछे खींच लिये हैं. देशभर में हलचल मची हुई है और आतंकी हमले के बाद राजनैतिक तनाव भारत-पाकिस्तान के बीच बना हुआ है. हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि फिल्म प्रदर्शक 'अबीर गुलाल' को लेना नहीं चाहते हैं. उन्हें डर है कि उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ेगा.
सूत्रों के मुताबिक, 'फिल्म का प्रोडक्शन हाउस फिल्म प्रदर्शकों के साथ मोल-भाव करने में लगे हुए हैं. लेकिन ये मुश्किल है कि अबीर गुलाल अब 9 मई को रिलीज हो पाएगी. फिल्म की रिलीज को अभी के हालात देखते हुए आगे बढ़ा दिया जाएगा. लेकिन आगे क्या होगा इसका अंदाजा किसी को नहीं है क्योंकि थिएटर मालिक पाकिस्तानी एक्टर की फिल्म को अब नहीं लेना चाहते हैं.'
विरोध में मंत्रालय-फेडरेशन
दूसरी तरफ सूचना और प्रकाशन मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि फिल्म 'अबीर गुलाल' को भारत में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने फिल्म पर बैन लगा दिया है. अभी तक फिल्म 'अबीर गुलाल' के टीजर के साथ-साथ इसका रोमांटिक गाना 'खुदाया इश्क' और 'अंग्रेजी रंगरसिया' रिलीज हो चुके थे, जिन्हें अब यूट्यूब से हटा दिया गया है. फिल्म के प्रोडक्शन हाउस 'अ रिचर लेंस एंटरटेनमेंट' और म्यूजिक लेबल 'सारेगामा' के यूट्यूब चैनल पर ये दोनों ही गाने अब नहीं हैं.
भारतीय फिल्म और टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (IFTDA) के प्रेसिडेंट अशोक पंडित ने भी फिल्म 'अबीर गुलाल' का कड़ा विरोध किया है. उन्होंने कहा, 'ये हमले हमारे देश के खिलाफ जंग का ऐलान है. हमने एक फेडरेशन के तौर पर हाथ जोड़कर आग्रह किया था कि पाकिस्तानियों के साथ काम न किया जाए. लेकिन ये लोग बकवास लेकर आए कि आर्टिस्ट है, कम्यूनिटी है, लेकिन अंत में अपना देश पहले है.'
अशोक पंडित की ही सोच को फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉईज (FWICE) के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी ने भी शेयर किया है. उन्होंने कहा, 'हम अबीर गुलाल को भारत में रिलीज नहीं होने देंगे. (अगर फिल्म रिलीज होती है) इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे.' डायरेक्टर आरती एस बागड़ी की फिल्म 'अबीर गुलाल' की किस्मत में अब और क्या लिखा है, ये तो वक्त ही बताएगा.