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थम नहीं रहा 'आदिपुरुष' पर विवाद, अखिल भारत हिंदू महासभा ने लखनऊ में दी शिकायत

अखिल भारत हिंदू महासभा का आरोप है कि 'आदिपुरुष' फिल्म में सनातन धर्म का अपमान किया गया. भगवान राम, हनुमान जी और सीता माता का गलत चित्रण और गलत डायलॉग दिखा कर उन्हें भी अपमानित किया गया. इसलिए 'आदिपुरुष' को बैन करने की मांग उन्होंने उठाई है. साथ ही उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने के लिए हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी है.

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फिल्म 'आदिपुरुष' में प्रभास
फिल्म 'आदिपुरुष' में प्रभास

सुपरस्टार प्रभास की फिल्म 'आदिपुरुष' को लेकर लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी गई है. 'आदिपुरुष' फिल्म की स्टारकास्ट, डायलॉग राइटर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के खिलाफ अखिल भारत हिंदू महासभा ने ये तहरीर दी है. अखिल भारत हिंदू महासभा ने मांग रखी है कि अगर नेपाल में फिल्म 'आदिपुरुष' को बैन किया जा सकता है, तो उत्तर प्रदेश सरकार भी फिल्म को बैन करे.

अखिल भारत हिंदू महासभा का आरोप है कि 'आदिपुरुष' फिल्म में सनातन धर्म का अपमान किया गया. भगवान राम, हनुमान जी और सीता माता का गलत चित्रण और गलत डायलॉग दिखा कर उन्हें भी अपमानित किया गया. आज के बच्चों के मन मस्तिष्क में हमारे भगवान के प्रति ऐसी छवि बनाने की कोशिश की गई है. इसलिए 'आदिपुरुष' को बैन करने की मांग उन्होंने उठाई है. साथ ही उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने के लिए हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी गई है.

सीएम योगी को लिखा गया पत्र

दूसरी तरफ राष्ट्रीय लोकदल ने फिल्म 'आदिपुरुष' को उत्तर प्रदेश में बैन करने के लिए पत्र लिखा है. राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष व्यापार रोहित अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फिल्म 'आदिपुरुष' को उत्तर प्रदेश में बैन करने के लिए पत्र लिख निवेदन किया है.

उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि 'आदिपुरुष' में अमर्यादित और फूहड़ भाषा का इस्तेमाल किया गया है. फिल्म में ऐसे डायलॉग हैं, जो सनातन आस्था और सनातन प्रेमियों के हृदय को ठेस पहुंचाते हैं. फिल्म में दर्शाए गए रामायण के सभी पात्र रामायण की कहानी के बिल्कुल उलट हैं. यह हमारे धर्म ग्रंथों और हमारी संस्कृति पर कुठाराघात है.

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मनोज मुंतशिर ने कही ये बात

विवादों के बीच फिल्म के राइटर मनोज मुंतशिर ने आजतक से बात की. उन्होंने बताया कि फिल्म के डायलॉग बदलने का फैसला मेकर्स ने आखिर क्यों लिया. मनोज मुंतशिर ने कहा, 'फिल्म में सिर्फ 5 डायलॉग हैं. एक फिल्म 4000 हजार डायलॉग से मिलकर बनती है. अगर 5 डायलॉग को पसंद नहीं किया गया तो 3995 डायलॉग को पसंद भी किया गया है. 4000 में से 5 बदलने से कुछ नहीं होगा. जो आपत्तिजनक शब्द हैं, जिनसे जनता को दिक्कत है हम बस उन्हें बदल देंगे.'

उन्होंने आगे कहा, 'देखिए मैं एक बात आपको बताऊं कितने लोग और फिल्ममेकर्स इस देश में हैं जिनके अंदर इतनी हिम्मत हो कि एक थिएटर में पहुंची हुई फिल्म को सिर्फ इसलिए कि जनता के कुछ ऑब्जेक्शन आ गए कि उनकी बात सुनी जाए. 10 हजार के आसपास स्क्रीन्स पर हमारी फिल्म रिलीज हुई है. इसे दोबारा सेंसर कर रिलीज करना आसान बात नहीं है लेकिन हम ये मुश्किल इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि हमें हमारे देश की जनता का सम्मान है.'


 

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