रेप के आरोपी राजस्थान के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर पर कसते शिकंजे को देखते हुए उनके बेटे को टिकट दिए जाने की मांग शुरू हो गई है.
पूर्व मंत्री के सैकड़ों समर्थक सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास के बाहर इकट्ठा हुए और उनके परिवार में से किसी एक को टिकट देने की मांग की.
राजस्थान में इसी साल चुनाव होने हैं और कांग्रेस बहुत जल्द अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करने वाली है. हालांकि पूर्व मंत्री के बेटे रवि नागर का कहना है, 'यह प्रदर्शन उन्होंने नहीं करवाया. कार्यकर्ताओं की भावनाएं उन्हें वहां ले गईं. मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की, पर वे नहीं माने.'
नागर पर 35 वर्षीय एक महिला से रेप का आरोप है. उन्हें पार्टी की सदस्यता से पहले ही निलंबित किया जा चुका है. दूदू और फगी कांग्रेस मंडल अध्यक्षों की अगुआई में कांग्रेस समर्थकों ने नागर के बेटे को दूदू विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारने की मांग की.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि हालांकि मुख्यमंत्री से उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी गई. बताया जाता है कि नागर का दलित और पिछड़ों में अच्छा जनाधार है. लेकिन रेप के मामले में नाम आने के बाद उनका टिकट कटना लगभग तय है.