राजस्थान के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर के खिलाफ एक नया मामला सामने आया है. नाबालिग ने पूर्व मंत्री के खिलाफ मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया है कि नागर के लोगों ने उसके घर में रखकर उसके साथ गैंगरेप किया. नागर के ही विधानसभा क्षेत्र की रहनेवाली 16 साल का नाबालिग लड़की ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया है. लड़की ने आरोप लगाया कि सात लोगों ने उसका अपहरण किया और जयपुर में बाबूलाल नागर के पृथ्वीराज नगर के घर में रखा और गैंगरेप किया. उसके बाद खुद बाबूलाल नागर ने उसे धमकी दी कि कहीं मुह खोला तो उसके और उसके परिवार को मार डाला जाएगा.
महिला संगठनों के नागर के खिलाफ दर्ज दूसरे मुकदमे में भी सरकार के कारर्वाई नहीं करने का आरोप लगाया है. महिला संगठनों का आरोप है कि एक नाबालिग ने पिछले साल मजिस्ट्रेट के सामने अपने 164 के बयान में कहा था कि नागर के लोंगों ने उसका अपहरण कर सामुहिक बलात्कार किया और कई दिनों तक नागर के घर पर रखा. लेकिन पुलिस ने कुछ नही किया और पीड़ित परिवार को नागर की धमकियों से डरकर आखिरकार राजस्थान छोड़कर गुजरात जाना पड़ा.
सामाजिक कार्यकर्ता सुखप्रीत बंसल ने कहा कि ‘लड़की ने अपने 164 के बयान में कहा है कि बाबूलाल नागर ने फोन पर धमकी दी कि किसी को कुछ कहा तो तुझे और तेरे परिवार को जान से मार डालेंगे. लड़की को बाद में दो सप्ताह तक नागर के पृथ्वीराज नगर के घर में रखा गया.’
पूर्व मंत्री पर बलात्कार का आरोप लगानेवाली पीड़िता ने फिर आरोप लगाया है कि पुलिस सुरक्षा के बावजूद उसे धमकियां मिल रही है और घर छोड़ने का दबाव डाला जा रहा है. पीड़िता ने नागर की गिरफ्तारी अब तक नहीं होने पर सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए हैं. उधर सीबीआई को जांच शुरू किए पांच दिन बीत जाने के बावजूद बाबूलाल नागर से पूछताछ नही हुई है.
राजस्थान के पूर्व डेयरी मंत्री बाबूलाल नागर पर बलात्कार का आरोप लगानेवाली पीड़िता ने एक बार फिर कहा है कि अब भी उसे धमकियां मिल रही है और पीछा किया जा रहा है. पीड़िता ने कहा कि उस पर ये भी दबाव डाला जा रहा है कि वो अपना घर छोड़कर कहीं और चली जाए. पिछली बार मिली धमकियों के बाद राज्य सरकार ने पीड़िता को पुलिस सुरक्षा महैया करा रखी है.’ पीड़िता ने कहा कि मेरे और मेरे परिवार को खतरा है, मुझे अब भी धमकी मिल रही है कि यहां से छोड़कर चली जाओ.’
पुलिस तीन बार पीड़िता का बयान ले चुकी है और 24 बार पूछताछ कर चुकी है. इसके पहले मजिस्ट्रेट के सामने 164 के बयान भी हो चुके हैं. सीबीआई ने भी पीड़िता से दो घंटे की पूछताछ की है और कहा है कि फिर से पूछताछ की जाएगी. जबकि बाबूलाल नागर से अब तक पूछताछ नहीं हुई है. पीड़िता ने नागर के पुलिस को दिए उस बयान पर आपत्ति जताई की पीड़िता से उसके अंतरंग संबंध थे और घर के बाहर एक जगह अक्सर मिलते थे. पीड़िता इसे नागर की साजिश बता रही है. पीड़िता ने आरोप लगाया है कि जांच अभी तक सही नहीं हुई है. पीड़िता ने कहा कि ‘जांच सही दिशा में होती तो नागर अब तक गिरफ्तार हो गया होता. वकील भी कह रहे हैं कि गिरफ्तार करने के बाद मेडिकल और डीएनए टेस्ट होना चाहिए था, लेकिन ऐसा कुछ भी नही किया जा रहा है.
सीआईडी की नीयत पर सवाल
इस बीच कोर्ट में सीबी-सीआईडी ने दूसरी बार मामले की जांच रिपोर्ट रखी. सीआईडी ने जांच में देरी का ठीकरा पीड़िता के सिर फोड़ा और पीड़िता को ही कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला के बयान अलग-अलग होने की वजह से बार-बार बयान लेना पड़ रहा है और पीड़िता ने अपने सारे काल डिटेल नष्ट कर दिए हैं, जिसकी जांच जयपुर के एफएसएल में नहीं हो पा रही है. डाटा को दोबारा लाने के लिए मोबाईल चंडीगढ़ भेजा जाए.