महाराष्ट्र के अमरावती से बीजेपी सांसद नवनीत राणा के बयान पर विवाद बढ़ गया है. AIMIM ने सीधे बीजेपी पर हमला किया है और चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है. AIMIM प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा, चुनाव के बीच इस तरह के बयानों से दो समुदाय में तनाव बढ़ सकता है.
बता दें कि अमरावती से सांसद नवनीत राणा बुधवार को हैदराबाद में बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंची थीं. नवनीत का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में राणा को कहते सुना जा रहा है, '15 सेकंड के लिए पुलिस हटा लो, ओवैसी भाइयों को पता नहीं लगेगा कि वो कहां से आए और किधर गए.' राणा ने कहा, एक छोटा और बड़ा भाई है. छोटा बोलता है कि पुलिस को 15 मिनट के लिए कहा हटा दो तो हम दिखाएंगे कि क्या कर सकते हैं. छोटे को मेरा कहना है कि तेरे को 15 मिनट लगेंगे और हमको सिर्फ 15 सेकेंड लगेंगे. 15 सेकेंड पुलिस को हटाया तो छोटे-बड़े को पता नहीं लगेगा कि कहां से आए और कहां गए. सिर्फ 15 सेकेंड लगेंगे हम लोगों को. राणा ने अपने टिप्पणी का एक वीडियो अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है. इसमें अकबरुद्दीन ओवैसी और असदुद्दीन औवेसी को भी टैग किया है.
यह भी पढ़ें: हैदराबाद में प्रचार के दौरान बीफ शॉप पहुंचे ओवैसी, दुकानदार से कहा- गोश्त काट रहे हो आप...
नवनीत के बयान पर AIMIM प्रवक्ता वारिस पठान ने पलटवार किया है. आजतक से बातचीत में पठान ने कहा, बीजेपी के नेता चुनाव के दौरान इस तरह का बयान दे रहे हैं, जो चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन करता है. चुनाव आयोग को नवनीत राणा के इस बयान पर कड़ी कारवाई करनी चाहिए. क्योंकि इस तरह के बयान देने की वजह से दो समुदाय में तनाव हो सकता है. बताते चलें कि हैदराबाद लोकसभा सीट पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी की माधवी लता आमने-सामने हैं.
वारिस पठान ने कहा, अगर नवनीत राणा जैसा भाषण वारिस पठान देते तो वो आज जेल की सलाखों के पीछे होता. अकबरुद्दीन ओवैसी के बयान पर वारिस पठान ने कहा, उन्होंने 15 मिनिट पुलिस हटा दो वाला बयान दिया था, जिसके बाद वे खुद सरेंडर हो गये थे और 40 से 42 दिन जेल में रहे थे. बाद में उनकी जमानत हो गई, लेकिन दस साल उन्होंने अदालत में अपने बयान की लड़ाई लड़ी और बरी हो गए.
वारिस ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए और पूछा- नवनीत राणा पर चुनाव आयोग कब कार्रवाई करेगा और उन्हें कब जेल भेजेगा. वारिस पठान ने कहा, आए-दिन इस तरह के बयान मुसलमानों के विरोध में दिए जाते हैं और बीजेपी नेताओं को मुसलमानों के विरोध में बयान देने में बहुत मजा आता है. लेकिन किसी पर भी कोई कारवाई नहीं होती है. वारिस पठान ने कहा, संविधान तो सबको बराबर अधिकार देता है तो क्या यही सबके अधिकार है?
यह भी पढ़ें: हाथों से 'तीर' चलाने वाले वीडियो पर बढ़ीं माधवी लता की मुश्किलें, धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप, FIR दर्ज