13 मई को सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र में मतदान होगा. इसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. इधर शनिवार शाम 5 बजे सभी पार्टियों का चुनावी जनसभा व प्रचार का शोर भी थम गया है. पश्चिमी सिंहभूम जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसी कपिल चौधरी ने प्रेसवार्ता कर बताया कि जिले भर के सभी अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र के मतदान केंद्रों में हवाई मार्ग से 78 मतदान कर्मी के अलावे सड़क व ट्रेन मार्ग से कुल 518 मतदान कर्मियों को रवाना कर दिया गया है. इसके लिए सेना के चार हेलिकोप्टर लगाये गए थे.
प्राथमिकता के आधार पर सबसे ज्यादा गुदड़ी, मनोहरपुर, आनंदपुर छोटानागरा जैसे घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में हेलीकॉप्टर से मतदान कर्मियों को भेजा गया है. वहीं खराब मौसम के कारण 7 मतदान कर्मी हेलीकॉप्टर से नहीं जा पाए. अचानक हुई बारिश के कारण सात मतदान कर्मियों को उनके गन्तव्य स्थान तक नहीं ले जाया जा सका.
इन 7 मतदान कर्मियों को रविवार को दोबारा भेजा जाएगा. जबकि 762 मतदान केंद्रों के मतदान कर्मियों को एक दिन पूर्व भेजने की तैयारी है. डीसी ने कहा की अब तक कहीं से भी किसी तरह के आचार संहिता उल्लंघन का मामला सामने नहीं आया है. डीसी ने कहा कि किसी भी तरह का आचार संहिता उल्लंघन होने पर सीधी कार्रवाई होगी.
वहीं एसपी ने भी कहा की अबतक आचार संहिता उल्लंघन का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है लेकिन इसको लेकर प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है. जिले में 524 बूथ ऐसे हैं, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र में है, वहीं 450 बूथ ऐसे है जो अन्य कारणों से अतिसंवेदनशील हैं. नक्सलियों द्वारा चुनाव बहिष्कार को लेकर भी जिला पुलिस कप्तान ने आश्वस्त किया है की पर्याप्त मात्रा में सुरक्षाबल तैनात किया गया है. कहीं भी मतदान में कोई परेशानी नहीं होगी और चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होगा.
इस बार चुनाव में पहली बार जीपीएस सिस्टम से मतदान कर्मियों के वाहनों को लैस किया गया है. बताया गया की मतदान कर्मी और एवीएम मशीन के लोकेशन को ट्रेस करने में आसानी हो इसलिए यह व्यवस्था की गयी है. इससे चुनाव में पारदर्शिता बनी रहेगी. जीपीएस से लैस वाहनों की निगरानी के लिए समाहरणालय में कंट्रोल रूम बनाया है, जहाँ से सभी वाहनों पर नजर रखी जा रही है.
वहीं पहली बार हेलिकॉप्टर से मतदान कराने जा रहे मतदान कर्मियों ने अपनी मिलीजुली प्रतिक्रिया दी. मतदान कर्मियों ने कहा की यह पहली बार है जब उन्हें हेलिकोप्टर से उडान भरने का मौका मिला है. इसको लेकर वे उत्साहित हैं. वहीं उन्हें नक्सल प्रभावित इलाकों में सफलतापूर्वक चुनाव समपन्न करवाकर वापस सुरक्षित लौटना भी है जो की काफी चुनौतीपूर्ण है. लेकिन जो भी है सरकारी आदेश के तहत कार्य है जिसे हर हाल में पूरा करने के लिए वे तत्पर हैं. वहीं कुछ मतदान कर्मियों ने व्यवस्था को लेकर नाराजगी भी जताई.