दिल्ली में मौसम भले ही बहुत ठंड हो, लेकिन राजनीतिक पारा गर्म है. अभी भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बीच गठबंधन को लेकर कयास लग रहे है, लेकिन केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम कहते है कि वो चाहते है गठबंधन हो. इस बीच शनिवार को दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगी. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत हो सकती है.
लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टियां रणनीति बनाने में जुटी है. जहां गठबंधन बन चुके है, वहां चुनाव की तैयारी की रही है तो जहां गठबंधन की संभावना है, वहां इसके समीकरण टटोले जा रहे है. लेकिन दिल्ली में चाहे आम आदमी पार्टी हो या फिर कांग्रेस दोनों के ही निशाने पर बीजेपी है, लेकिन गठबंधन की सुगबुगाहट के बाद भी दोनों ही पार्टियां इंकार कर रही है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों पार्टियों के बीच अभी पूरी तरह से गठबंधन के रास्ते बंद नहीं हुए है.
इन्हीं सब चर्चाओं के बीच जब केजरीवाल सरकार के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम से गठबंधन को लेकर आजतक ने पूछा कि उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर फैसला आम आदमी पार्टी की PAC लेगी, लेकिन उनकी व्यक्तिगत राय है कि अगर गठबंधन होता है तो बीजेपी 150 के आकंडे को भी पार नहीं कर पाएगी. अगर नहीं होता है तो फिर बीजेपी 200 आंकड़े पर पहुंच जाएगी, लेकिन दोनों ही सूरत में बीजेपी हारेगी।
मतलब साफ़ है कि AAP को चाहिए गठबंधन लेकिन कांग्रेस इस मुद्दे पर अभी भी राजनीतिक नाफा नुकसान को तोल रही है.