कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और मुस्लिम नेता हारुन यूसुफ ने कहा, 'कांग्रेस को मुस्लिम वोट शिफ्ट हुआ ये कहकर केजरीवाल अपना खौफ छुपाने की कोशिश कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल की यह बात सही है कि मुस्लिम वोटर्स ने खूब वोट किया, वह भी कांग्रेस को, क्योंकि केजरीवाल ने सिवाय झूठ बोलने के कोई काम नहीं किया. आरएसएस और बीजेपी की तरह ही केजरीवाल पोलराइजेशन की कोशिश कर रहे हैं, गरीब दलित मजदूर झुग्गी में रहने वाले लोग भी गुस्से में है.'
हारून युसुफ ने कहा कि केजरीवाल से मुसलमान इसलिए परेशान हुए, क्योंकि वो अलायंस का नाटक करते हुए आखिरी वक्त में अलायंस के सारे समझौते तोड़ दिए. उन्होंने कहा कि लोगों ने अपने अंदर का आक्रोश और गुस्सा वोटिंग के जरिए निकला है, क्योंकि उनका काम सिर्फ सरकारी होर्डिंग पर ही हुआ है.
हारून ने दावा किया कि पोलिंग के दिन चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली, ओखला, न्यू अशोक नगर, बुलंद मस्जिद शास्त्री पार्क के मुस्लिम बहुल इलाकों में केजरी से मुस्लिम काफी नाराज दिखे, क्योंकि साढ़े 4 साल की आम आदमी पार्टी की सरकार में सिर्फ सरकारी होर्डिंग पर ही विकास दिखा. अवैध और झुग्गी बस्ती में किए गए वादे फेल साबित हुए, अवैध रेगुलराइज नहीं किया और चुनाव के 6 महीने पहले से ही झुग्गियों में काम शुरू करवाया.
हारून ने कहा कि दिल्ली सरकार से अलग कांग्रेस पार्टी धर्म, जाति से ऊपर उठकर पॉलिसी के लेवल पर काम करती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 15 साल तक शीला सरकार रही लेकिन केंद्र से टकराव कभी आड़े नहीं आया, जबकि अपनी असफलताओं का सारा ठीकरा केजरी ने केंद्र पर फोड़ दिया. हारून ने पलटवार करते हुए केंद्र की बीजेपी सरकार को भी आड़े हाथों लिया.
कांग्रेस के दूसरे नंबर के कार्यकारी अध्यक्ष और दिल्ली के एक मात्र सुरक्षित सीट से नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली से प्रत्याशी राजेश लिलोठिया ने कहा कि केजरीवाल से सिर्फ मुस्लिंम ही नहीं, बल्कि दलित भी नाराज हैं. 23 मई को आने वाला रिजल्ट ये बताएगा कि मुस्लिम और दलित जो कभी केजरी के छलावे की वजह से कांग्रेस छोड़कर 'आप' में चले गए थे वो अब वापस कांग्रेस में आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी केजरी को जवाव देंगे.
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