कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों एक बाद एक राज्य का दौरा कर रहे हैं. इस कड़ी में वो मिशन साउथ के तहत मंगलवार को केरल के कोच्चि पहुंच रहे हैं. यहां राहुल कांग्रेस के बूथ अध्यक्षों और महिला उपाध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित कर 2019 के लोकसभा चुनाव जीतने का मंत्र देंगे.
कांग्रेस की ओर से दावा किया गया है कि 25,000 से अधिक महिलाएं सम्मेलन में हिस्सा लेंगी. इसके बाद राहुल केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन यूडीएफ के घटक दलों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि उनके बीच सीट शेयरिंग को लेकर भी बात होगी.
2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद केरल में कांग्रेस बेहतर नतीजे लाने में सफल रही थी. राज्य की 20 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस 8 सीटें जीतने में सफल रही थी, लेकिन दो साल के बाद ही 2016 में हुए विधानसभा चुनाव लेफ्ट के नेतृत्व वाले एलडीएफ के हाथों राज्य की सत्ता गंवानी पड़ी थी.
हालांकि, सबरीमाला पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हालात बदल गए हैं. पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने 50 साल तक की महिलाओं को मंदिर में जाने की इजाजत दे दी थी, जिसके खिलाफ बीजेपी सड़क पर उतर आई. सबरीमाला मंदिर के जरिए बीजेपी केरल में अपने आधार को मजबूत करने में लगी है. बीजेपी इस बार राज्य में कुछ सीटों पर जीत का परचम लहराने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है.
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो बार केरल का दौरा किया है. रविवार को पीएम मोदी तमिलनाडु दौरे के बाद केरल पहुंचे हैं, जहां वे राज्य को कई विकास योजनाओं की सौगात दी. इसके अलावा यहां से मोदी ने कांग्रेस और लेफ्ट- दोनों पर करार हमला किया. 2016 के विधानसभा के चुनाव में बीजेपी को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी. जबकि पांच सीटों पर पार्टी दूसरे नंबर पर रही थी. मनजेस्वरम सीट पर बीजेपी को सिर्फ 89 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था.
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी अपने प्रदर्श को और भी बेहतर करना चाहती है. वो कम से कम एक दर्जन सीटों पर बीजेपी अपने वोट शेयर को बढ़ाने की कोशिशों में है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में तिरुवनंतपुरम सीट पर बीजेपी कड़ा मुकाबला दे सकती है. साल 2014 के चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 15470 वोटों के अंतर से यहां हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी की नजर केरल की अत्तीगल, मावेलिक्कारा, कोल्लम, कोट्टम जैसी लोकसभा सीटों पर है.