उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कार्यकर्ताओं के साथ लगातार मैराथन बैठक कर रही हैं. प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ प्रियंका गांधी ने बुधवार को भी देर रात तक बैठक की. तमाम कयासों के बीच उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दे दिया कि गठबंधन नहीं होगा. मजबूती से लड़ेंगे और मोदी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे. 2019 में कांग्रेस सरकार बनाएगी.
लखनऊ के कांग्रेस कार्यालय में बुधवार रात में करीब पौने ग्यारह बजे गोरखपुर के पार्टी कार्यकर्ता प्रियंका गांधी से मिले. 45 मिनट चली इस मुलाकात में लगभग 60 कार्यकर्ताओं से प्रियंका ने बातचीत की. इस दौरान प्रियंका ने कार्यकर्ताओं से गठबंधन के बारे में उनकी राय जानना चाही. दिलचस्प है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पश्चिमी क्षेत्र नेताओं से गठबंधन के बारे में उनकी राय ले रहे हैं.
बैठक के दौरान लगभग सभी कार्यकर्ताओं ने प्रियंका से जोरदार आवाज में गठबंधन ना करने की बात कही. कार्यकर्ताओं का कहना था कि जैसे ही गठबंधन होता है तो सबसे ज्यादा चोट कांग्रेस को पड़ती है. प्रियंका ने सभी कार्यकर्ताओं से कहा, 'कांग्रेस 2019 में अपनी सरकार बनाएगी. यूपी में किसी दल से गठबंधन नहीं होगा. हम मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे.' प्रियंका गांधी जैसे ही यह बात बोलीं वहां बैठे सभी नेता खुश हो गए और उन्होंने जमकर ताली बजाई. कांग्रेस महासचिव ने कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत करने की सलाह दी और उनको कमर कस के लड़ने को बोला.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) में चुनाव पूर्व ही गठबंधन हो चुका है, और इस गठबंधन में कांग्रेस के शामिल किए जाने की भी चर्चा होती रही है. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यूपी में पार्टी अकेले 80 सीटों पर चुनाव मैदान में उतरेगी.
महान दल के साथ हुआ गठबंधन
हालांकि कांग्रेस का महान दल के साथ गठबंधन हो गया है. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और महान दल के बीच मंगलवार को फिर गठबंधन हो गया. महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने कांग्रेस राज्य मुख्यालय पर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात करके गठबंधन की पेशकश की, जिसे मान लिया गया. महान दल ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन करके बदायूं, नगीना और एटा सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन इन सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा था. महान दल का पश्चिमी यूपी में पिछड़े वर्ग में असर माना जाता है.
मैराथन बैठकों का सिलसिला जारी
बहरहाल, बता दें कि प्रियंका गांधी ने मंगलवार दोपहर से लेकर बुधवार सुबर पांच बजे तक यानी लगातार 16 घंटे तक कार्यकर्ताओं से मिशन 2019 को लेकर विचार विमर्श करती रहीं. प्रियंका ने अपने प्रभार वाले लोकसभा क्षेत्रों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत का सिलसिला बुधवार को भी जारी रखा. कांग्रेस महासचिव ने दोपहर करीब 12 बजे फिर से बैठकों का दौर शुरू किया, जो देर रात एक-दो बजे तक चली.