बिहार के चुनाव में मोहम्मद अली जिन्ना के बहाने राष्ट्रवाद की राजनीति शुरू हुई है. 2018 में AMU के छात्रसंघ भवन में लगी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर AMU से लेकर देश की राजनीति में जिन्नावाद बनाम राष्ट्रवाद का हंगामा छिड़ा था. संग्राम सड़कों तक फैला था और नौबत आर-पार की आई थी. 2018 में AMU छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे मशकूर उस्मानी जिन्ना की तस्वीर को यूनियन हॉल से हटने ना देने की जिद पर विवादों में आए थे. मशकूर की छवि जिन्ना समर्थक के तौर पर उछली थी. आज मशकूर उस्मानी का 2018 का वही विवाद बिहार के चुनाव का एक मुद्दा बन बैठा है. क्योंकि मशकूर उस्मानी को कांग्रेस ने दरभंगा की जाले सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है.
A major political row has erupted over the Congress' decision to field former president of the Aligarh Muslim University Students' Union, Maskoor Ahmad Usmani from a seat in Darbhanga district in the upcoming Assembly elections in Bihar. Usmani gained media attention back in 2018 when a portrait of Pakistan founder Muhammad Ali Jinnah was found in a hall of the varsity.