
मुजफ्फरपुर जिले केऔराई विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन(एनडी) की ओर से भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के उम्मीदवार राम सूरत कुमार ने महागठबंधन के कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया(मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट लिबरेशन) प्रत्याशी मोहम्मद आफताब आलम को भारी मतों से हराया. दोनों प्रत्याशियों के बीच जीत का अंतर 47,866 रहा.
राम सूरत कुमार को 90,479 वोट मिले, वहीं आफताब आलम को 42,613 वोट मिले. इस सीट पर कुल वोट प्रतिशत का 52.33 फीसदी वोट बीजेपी को मिला, वहीं महागठबंधन के हिस्से 24.65 वोट आए. निर्दलीय प्रत्याशी अखिलेश कुमार को 10,132 वोट मिले, जो तीसरे नंबर पर रहे. नोटा को 2,237 लोगों ने चुना. इस सीट से 15 उम्मीदवार चुनाव लड़े.

औराई में 55.64 फीसदी हुई वोटिंग
औराई विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने अंतिम चरण में 7 नवंबर को मतदान किया था. औराई के 55.64 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था. इस सीट से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुरेंद्र कुमार विधायक हैं, हालांकि, इस दफे आरजेडी ने अपने विधायक सुरेंद्र कुमार का टिकट काटकर यह सीट माले को दे दी थी.
सुरेंद्र कुमार बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे और चौथे स्थान पर रहे. एनडीए की ओर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूर्व विधायक राम सूरत को टिकट दिया, जो रणनीति सफल रही. प्लूरल्स पार्टी ने इस सीट से रितेश कुमार को उम्मीदवार बनाया था.
रामवृक्ष बेनीपुरी की रही है कर्मभूमी
औराई सीट से ही नामचीन साहित्यकार रामवृक्ष बेनीपुरी विधायक चुने गए थे. रामवृक्ष बेनीपुरी इस सीट से साल 1957 से 1962 तक विधायक रहे थे. इस सीट के चुनावी अतीत की बात करें तो आरजेडी ने 2015 के चुनाव में सुरेंद्र कुमार को टिकट दिया था. सुरेंद्र कुमार ने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी के राम सूरत राय को हराकर यह सीट महागठबंधन की झोली में डाल दी थी. आरजेडी उम्मीदवार सुरेंद्र को तब 66 हजार 958 वोट मिले थे. 2015 के चुनाव में 15 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे.
इससे पहले साल 2010 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के सुरेंद्र कुमार को शिकस्त झेलनी पड़ी थी. तब सुरेंद्र को बीजेपी के राम सूरत राय ने ही करीब 12 हजार वोट से हराया था. साल 1962 में बतौर निर्दलीय पांडव राय विधायक चुने गए थे. पांडव राय के बाद उनके बेटे गणेश प्रसाद यादव ने 1977 का चुनाव जनता पार्टी के टिकट पर लड़ा और जीते भी. गणेश प्रसाद यादव ने बिहार विधानसभा में औराई विधानसभा क्षेत्र का छह बार प्रतिनिधित्व किया. गणेश प्रसाद को 2005 के चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अर्जुन राय ने शिकस्त दी थी.