बिहार में चल रहे वोटर वेरिफिकेशन (एसआइ आर) को लेकर दिल्ली से पटना तक सियासी बवाल मचा हुआ है. चुनाव आयोग के अनुसार, 24 जून से शुरू हुए इस विशेष गहन पुनरीक्षण में करीब 52 लाख वोटर्स का नाम कटने का खतरा है. इनमें 18.67 लाख मृत, 26.01 लाख विस्थापित और 7.51 लाख ऐसे वोटर शामिल हैं जिनके पास दो वोटर कार्ड हैं.