बिहार चुनाव से पहले पटना के नदवा में आजतक ने उन युवा लड़कियों से बात की जो गरीबी, सामाजिक दबाव और जातिगत भेदभाव के खिलाफ जाकर अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही हैं. इन लड़कियों ने कहा कि वे डॉक्टर, कलेक्टर, पुलिस और टीचर बनना चाहती हैं, लेकिन आर्थिक तंगी और समाज की पिछड़ी सोच उनके रास्ते में बाधा बन रही है.