बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का अंतिम चरण अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है. 17 जुलाई शाम तक राज्य के 89.7% मौजूदा मतदाताओं ने अपना गणना फॉर्म जमा कर दिया है, लेकिन अब भी करीब 45 लाख 42 हजार 247 यानी 5.8% मतदाता बाकी हैं.
चिंता की बात यह है कि लाखों लोग फॉर्म भर तो चुके हैं लेकिन उन्हें जमा नहीं कर रहे. सूत्रों के अनुसार, बीएलओ जब गणना फॉर्म लेने पहुंचते हैं, तो कई लोग उन्हें यह कहकर लौटा देते हैं- 'बाद में आना.'
चुनाव आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए हर मतदाता को गणना फॉर्म जमा करना जरूरी है.
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फॉर्म कैसे भरें या जांचें?
- ECINet ऐप डाउनलोड करें
- या वेबसाइट पर जाएं.
- वहीं से हिंदी में फॉर्म भरें या अपनी स्थिति जांचें
शहरों में भी मुहिम तेज
बिहार के सभी 261 शहरी स्थानीय निकायों (ULB) के 5,683 वार्डों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि छूटे हुए मतदाताओं को जोड़ा जा सके.
जो बिहार से बाहर हैं, वे क्या करें?
ऐसे लोग भी ECINet ऐप या वेबसाइट के ज़रिए फॉर्म भर सकते हैं. पहले से भरा गया फॉर्म डाउनलोड करके बीएलओ या घरवालों के माध्यम से WhatsApp पर भेजा जा सकता है.
डुप्लीकेट, मृत या स्थानांतरित मतदाताओं की जांच
ऐसे सभी संदिग्ध मामलों की जानकारी राजनीतिक दलों के ज़िला अध्यक्षों और 1.5 लाख बूथ एजेंटों के साथ साझा की जा रही है, ताकि 25 जुलाई, 2025 से पहले उनका सही स्थिति सत्यापित किया जा सके.