राष्ट्रीय सेना का संग्राम चिह्न ही बना ध्वज
साल 1931 ध्वज के इतिहास में एक यादगार वर्ष है. दरअसल तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया. इस झंडा जो वर्तमान स्वरूप का पूर्वज है, केसरिया, सफेद और मध्य में गांधी जी के चलते हुए चरखे के साथ था.