ये हैं अष्टांग योग के आठ अंग
यम: अकेले इस अंग को अपनाने के लिए आपको पांच सामाजिक नैतिक बिंदुओं अहिंसा, सत्य, अस्तेय(चोरी कपट से बचना), ब्रह्मचर्य(सभी इंद्रिय सुखों में संयम बरतना) और अपरिग्रह यानी जरूरत अष्टांगअष्टांगसे ज्यादा बचत व दूसरों की चीजों पर लालच न रखना है.