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UP: हजारों शिक्षामित्रों का 'महा-प्रदर्शन' आज, 75 जनपदों से परिवार समेत लखनऊ पहुंचे, जानें क्या हैं मांगें

शिक्षा मित्र 2017 में उच्चतम न्यायालय से समायोजन निरस्त होने के बाद से समायोजन बहाली व मानदेय वृद्धि जैसी प्रमुख समस्याओं को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. योगी सरकार से रेगुलर करने की मांग को लेकर आज, 20 फरवरी 2023 के प्रदर्शन को एक बड़ा कदम माना जा रहा है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तर प्रदेश में आज (20 फरवरी 2023) एक लाख से ज्यादा शिक्षामित्र महासम्मेलन और प्रदर्शन करने जा रहे हैं. शिक्षामित्रों का प्रदर्शन लखनऊ के रमाबाई पार्क में होगा. जानकारी के मुताबिक, यूपी के 75 जनपदों से एक लाख से ज्यादा शिक्षामित्र परिवार समेत लखनऊ पंहुचे हैं.

दरअसल, शिक्षा मित्र 2017 में उच्चतम न्यायालय से समायोजन निरस्त होने के बाद से समायोजन बहाली व मानदेय वृद्धि जैसी प्रमुख समस्याओं को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. करीब 1.46 लाख शिक्षामित्र इस प्रदर्शन के माध्यम से योगी सरकार से 'नियमितीकरण करो सरकार...'  की गुहार लगा रहे हैं. यह महासम्मेलन शिक्षामित्रों का भविष्य सुरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.

उत्तर प्रदेश में साल 1999 से नियमित शिक्षकों की कमी को देखते हुए प्राइमरी स्‍कूलों में संविदा के आधार पर शिक्षामित्रों को रखा जा रहा है. धीरे-धीरे शिक्षामित्रों का मानदेय भी बढ़ाया गया लेकिन बढ़ती महंगाई में शिक्षामित्रों को मिलने वाला मानदेय काफी नहीं है. 

वहीं, साल 2014 में ट्रेनिंग के जरिए शिक्षामित्रों को समायोजित भी किया गया था, लेकिन बाद में इसे निरस्त कर दोबारा मानदेय पर रखा जाने लगा. फिलहाल राज्य के प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत शिक्षामित्रों को हर महीने 10 हजार रुपये मानदेय मिलता है. प्रदेश के शिक्षामित्रों को 11 महीने का मानदेय दिया जाता है और हर साल इनका कॉन्ट्रेक्ट रिन्यू किया जाता है.

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