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'UPSC प्रक्रिया में गड़बड़ी...', पूजा खेडकर केस को लेकर प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार को घेरा

प्रियंका गांधी ने यूपीएससी की इस प्रक्रिया पर सरकार से जवाब मांगा है. उन्होंने यूपीएससी की प्रक्रिया में गड़बड़ी को लाखों युवाओं के सपनों और उनके विश्वास पर चोट कहा है. उन्होंने कहा, 'UPSC देश की सबसे नामी परीक्षा है और उससे निकले लोग शासन व्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ होते हैं. देश के करोड़ों लोगों का भरोसा और हमारे रोजमर्रा के शासन-प्रशासन का कामकाज इस संस्था की पेशेवर प्रणाली से जुड़ा है.'

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प्रियंका गांधी वाड्रा की फाइल फोटो
प्रियंका गांधी वाड्रा की फाइल फोटो

UPSC ने ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के खिलाफ दिल्ली क्राइम ब्रांच में FIR दर्ज करा दी है. जालसाजी, धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और दिव्यांगता अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन पर सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में धांधली का आरोप लगा है. इस मामले के सामने आने के बाद यूपीएससी के सर्टिफिकेट सिस्टम और इसकी प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं. कांग्रेस की महासचिव प्रिंयका गांधी वाड्रा ने भी यूपीएससी की प्रक्रिया पर कई सवाल उठाते हुए मोदी सरकार को घेरा है.

प्रियंका गांधी ने यूपीएससी और मोदी सरकार से किए ये सवाल

प्रियंका गांधी ने यूपीएससी की इस प्रक्रिया पर सरकार से जवाब मांगा है. उन्होंने यूपीएससी की प्रक्रिया में गड़बड़ी को लाखों युवाओं के सपनों और उनके विश्वास पर चोट कहा है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट करके मोदी सरकार पर निशाना साधा और यूपीएससी के कई सवाल पूछे हैं. उन्होंने कहा कि क्या प्रक्रिया में गडबड़ी के पीछे यूपीएससी के ऊंचे ओहदे पर राजनीतिक नियुक्तियों से आए लोग जिम्मेदार हैं? क्या केवल सतही तौर पर जांच करने के पल्ला झाड़ना उचित है? क्या सर्टिफिकेट जांचने की कोई ठोस संस्थागत प्रणाली विकसित नहीं की जा सकती? 

UPSC की तैयारी करने वाले युवाओं जवाब मिलने चाहिए

उन्होंने आगे यह भी कहा कि यूपीएससी से जुड़े सवाल देश के शासन-प्रशासन के प्रति भरोसे और हमारे करोड़ों युवाओं के सपनों से जुड़े सवाल हैं. इस पर सरकार का जवाब आना जरूरी है. UPSC प्रणाली को और अधिक पारदर्शी व प्रामाणिक बनाने के लिए बदलावों की सख्त जरूरत है. जरूरी है कि इन सवालों का जवाब जनता और UPSC की तैयारी करने वाले युवाओं को मिले.

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'मैंने युवाओं को आंखों में ढेर सारे सपने लिए यूपीएससी की तैयारी करते देखा है'

उन्होंने कहा, 'UPSC देश की सबसे नामी परीक्षा है और उससे निकले लोग शासन व्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ होते हैं. देश के करोड़ों लोगों का भरोसा और हमारे रोजमर्रा के शासन-प्रशासन का कामकाज इस संस्था की पेशेवर प्रणाली से जुड़ा है. मैंने खुद देखा है कि इस परीक्षा के लिए युवा कितनी मेहनत, आंखों में ढेर सारे सपने लिए और दिल में लगन के साथ तैयारियां करते हैं.'

 

युवाओं के भरोसे समझौता नहीं किया जाएगा, नियमों का पालन हमारी जिम्मेदारी: UPSC
पूजा खेडकर विवाद के बाद यूपीएससी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि जांच के बाद हमने पूजा खेडकर के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. हम संवैधानिक संस्थान हैं और नियमों का पालन करना या कराना हमारी जिम्मेदारी है. हमने साफ किया है कि परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो और अगर कोई गड़बड़ी करे तो उस पर एक्शन लिया जाए. उम्मीदवारों को हम पर भरोसा होता है. हमने यह भरोसा अर्जित किया है. हम लोगों का भरोसा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उससे किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा.

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बता दें कि लिमिट से ज्यादा बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिए पूजा खेजकर पर फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट दिखाने, आयु सीमा में हेरफेर और पहचान बदलने के आरोप लगे हैं. यूपीएससी ने एफआईआर दर्ज करने के साथ एक नोटिस जारी कर जवाब मांगा है कि आपकी उम्मीदवारी रद्द क्यों न की जाए और आगामी यूपीएससी परीक्षाओं में बैठने से क्यों न रोका जाए.

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