कोटा में बढ़ते सुसाइड और लापता होने के मामलों को देखते हुए पुलिस प्रशासन एक्शन में आ गया है. कोटा में 5 दिन से लापता छात्र को पुलिस ने ढूंढ निकाला है. छात्र कोटा में नीट की कोचिंग कर रहा था, हालांकि अभी लापता होने का कारण सामने नहीं आया है.
कोटा पुलिस ने अपनी टीम के साथ मिलकर खोजबीन की और छात्र को ढूंढ निकाला है. कोटा पुलिस छात्रों के मानसिक तनाव को लेकर पहले ही सर्तक है. चाहे छात्रों पर नजर रखनी हो या लापता हुए छात्र को पूरे शहर या शहर से बाहर जाकर ढूंढ निकालना है, पुलिस द्वारा तुरंत एक्शन लिया जा रहा है और टीमें गठित की जा रही हैं.
एग्जाम से एक दिन पहले लापता हुआ था छात्र
5 दिन पहले लापते हुए छात्र को पुलिस ने अपने पास रखा है. बताया जा रहा है कि छात्र कोटा में स्थित लैंडमार्क सिटी नगर में एक निजी कोचिंग से नीट के लिए तैयारी कर रहा है. बता दें कि कोटा में तनावग्रस्त छात्रों को पहचानना और उनकी परेशानी को सुलझाने के लिए कोटा पुलिस कोई ना कोई अहम कदम उठाती रहती है. हाल ही में प्रशासन द्वारा यह प्लान बनाया गया है कि 40-40 छात्रों का एक ग्रुप बनाया जाएगा. हर ग्रुप की एक हेड गर्ल या हेड बॉय होगा. इस तरह से छात्रों की मॉनिटिरिंग की जाएगी. बता दें कि शुक्रवार को आईजी रविदत्त गौड़ और एसपी डॉक्टर अमृता दुहन ने कोचिंग संस्थान संचालकों प्रतिनिधियों एवं पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग में यह आइडिया अमल लाने का फैसला किया है. मीटिंग के दौरान छात्रों के 40-40 का ग्रुप बनाने की सारी प्लानिंग की गई है.
एक लापता छात्र हिमाचल में मिला था
बता दें कि कोटा से लापता हुआ छात्र पीयूष को कोटा पुलिस ने हिमाचल के धर्मशाला में ढूंढ निकाला था. डिप्रेशन के चलते छात्र अपने ही कमरे से बिना बताए हॉस्टल से निकल गया था और स्टेशन होते हुए ट्रेन से धर्मशाला जिले पहुंच गया था. पीयूष 2 साल से कोटा में जेईई की तैयारी कर रहा था. पीयूष इंदिरा विहार के हॉस्टल में रहता है और 13 फरवरी से लापता था. कोटा पुलिस की एक टीम प्रोफेशनल आईपीएस पंकज के नेतृत्व में धर्मशाला के लिए रवाना की गई टीम छात्र को कोटा वापस लेकर आई. लापता होने के बाद जिन छात्रों को कोटा पुलिस द्वारा पकड़ा जा रहा है, उनकी पुलिस काउंसलिंग भी कराती है ताकि छात्र दोबारा ऐसा कोई कदम ना उठाएं और उनकी असल परेशानी के बारे में पता चल सके.