दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के अध्यक्ष और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्य तुषार डेढ़ा ने NSUI पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कांग्रेस युवा छात्र संघ यानी भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) के उपाध्यक्ष पर आरोप लगाया है कि बीती रात उन्होंने अपने ऑफिस में बैठकर शराब पी और उसके बाद डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा के ऑफिस में तोड़फोड़ की.
डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा, 'एनएसयूआई ने दिल्ली विश्वविद्यालय में गुंडे पाल रखे हैं. एनएसयूआई के वाइस प्रेसिडेंट ने कल रात अपने ऑफिस में बैठकर शराब पी. उसके बाद 30-40 लोगों ने पहले डूसू के संयुक्त सचिव के कमरे का शीशा तोड़ा, फिर डूसू के सचिव के कमरे का शीशा तोड़ा और उसके बाद वे मेरे ऑफिस में घुसे और मेरे ऑफिस में रखा मंदिर भी तोड़ दिया.'
तुषार ने कहा कि डूसू पर यह हमला सिर्फ डूसू पर हमला नहीं है, यह दिल्ली विश्वविद्यालय के हर छात्र पर हमला है. एनएसयूआई के गुंडे रात में ऑफिस में शराब पीते हैं, उसके बाद वे कैंपस के अंदर लड़कियों से छेड़छाड़ करते हैं और गुंडागर्दी करते हैं. मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति से मांग करता हूं कि अभि दहिया जैसे गुंडों को जल्द से जल्द निष्कासित किया जाए. हम अपनी शिकायत दिल्ली पुलिस से भी करेंगे और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करवाएंगे.'
डूसू अध्यक्ष ने कहा कि मेरे ऑफिस में राम मंदिर था, उसे भी तोड़ा गया. इससे साफ पता चलता है कि वे कितने बड़े राम विरोधी हैं. युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत विवेकानंद जी के चित्र के साथ इन्होंने क्या किया है. दिल्ली विश्वविद्यालय संघ का ऑफिस आम छात्रों के लिए घर है. यहां छात्र अपनी समस्याओं को लेकर आता है कि हमारे भाई-हमारी बहन छात्र संघ में है वे हमारी बात सुनेंगे. यहां से हम उन सभी की समस्याओं का समाधान करते हैं, उन्होंने यहां तोड़फोड़ की है.
जब तुषार से पूछा गया कि इस घटना का कोई प्रमाण है जैसे सीसीटीवी फुटेज है तो उन्होंने कहा, 'मेन गेट पर सीसीटीवी लगा हुआ है, मैंने थोड़े दिन पहले दिल्ली विश्वविद्यालय से सीसीटीवी के लिए बोला था क्योंकि मैं जानता था कि ये लोग जाते-जाते ये करके जाएंगे.' उन्होंने एनएसयूआई वाइस प्रेसिडेंट के साथ शामिल कई लोगों के नाम भी बताए. उन्होंने कहा, 'मैं, सचिव अपराजिता और प्रदेश के मंत्री के साथ दिल्ली पुलिस कमिश्नर और डीयू वीसी से मिलकर इसे (वाइस प्रेसिडेंट अभि दहिया) निष्कासित करने की मांग करेंगे.'
वहीं इस घटना के जवाब में, डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया ने एक बयान जारी करते हुए दावा किया कि ABVP के सदस्यों ने उनके कार्यालय पर हमला किया. दहिया ने आरोप लगाया कि यह हमला उनके द्वारा ABVP के एक पदाधिकारी और डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा की फर्जी डिग्री का पर्दाफाश करने की प्रतिक्रिया में हुआ. अभि दहिया ने ABVP पर उन्हें और उनकी संगठन एनएसयूआई को बदनाम करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कानूनी कार्रवाई करके सच्चाई को उजागर करने की कसम खाई.
इस घटना ने ABVP और NSUI के बीच तनाव को बढ़ा दिया है, दोनों पक्षों ने गंभीर आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन और कानून प्रवर्तन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है.