
Purana Quila Delhi: दिल्ली के पुराना किला में तीसरे फेज़ की खुदाई का काम शुरू हो गया है. खुदाई का मकसद महाभारत के अंश ढूंढना है. मंगलवार को केंद्रीय टूरिज्म मंत्री जी किशन रेड्डी पुराना किला में खुदाई वाली जगहों का जायजा लेने के लिए पहुंचे. खुदाई की इस जगह को इंद्रप्रस्थ एक्सकेवेशन साइट नाम दिया गया है. दिल्ली में 1969 में पहले फेज़ की खुदाई हुई थी. फिर 2013-14 और 2017-18 में दूसरे फेज़ की खुदाई हुई. अब इस साल जनवरी 2023 में तीसरे फेज़ की खुदाई शुरू हुई है.
पुराना किला में खुदाई के दौरान अबतक 2500 साल पुराना इतिहास मिला है. यहां 9 लेवल का कल्चर मिला है, जिसमें मौर्य से मुगल काल तक का इतिहास शामिल है. मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि खुदाई के दौरान बैकुंठ विष्णु, गज लक्ष्मी, भगवान गणेश की मूर्ति, राजमुद्रा, अलग अलग समय के सिक्के, आदमी और जानवरों की हड्डियां मिली हैं. साथ ही लोग समय-समय पर यहां जिंदगी गुजार रहे थे, इसका प्रमाण भी मिला है.
एक्सपर्ट और यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यहां खुदाई की रिसर्च में शामिल हो रहे हैं. खुदाई के काम में अब तेजी लाई जाएगी. जहां खुदाई चल रही है, ये जगह पांडवों के 5 गांवों में से एक है. सरकार इसे स्पेशल ट्रीट करते हुए खुदाई का काम आगे बढ़ाएगी.
पुराना किला में खुदाई के दौरान मिली अलग-अलग चीजों को दिखाते हुए एक्सपर्ट ने बताया कि खुदाई की प्रक्रिया एक धीमी प्रक्रिया है. खुदाई के दौरान मिलने वाली चीजों को बहुत आराम से हैंडल किया जाता है. खुदाई में मिलने वाले सिक्कों, मूर्तियों, तीर जैसे अन्य सामान को साफ करने के लिए छोटे ब्रश का इस्तेमाल किया जाता है.
पुरातत्व विभाग खुदाई में मिले सिक्कों पर लिखी भाषा को भी एक्सपर्ट के जरिए पढ़ने की कोशिश करेगा, इसलिए इन सिक्कों की सफाई अभी नहीं की गई है. खुदाई में मिली तमाम पुरानी चीजों को, आम लोगों की प्रदर्शनी के लिए पुराना किला के म्यूजियम में रखा जाएगा.
पुराना किला के भीतर जहां महाभारत के अंश ढूंढने के लिए खुदाई चल रही है, वहां से कुछ ही मीटर की दूरी पर कुंती देवी का मंदिर भी मौजूद है. मंदिर में पूजा अर्चना करने वाली और मंदिर का ख्याल रखने वाली महिला ने बताया कि यह पांडव कालीन मंदिर है. महिला ने कहा कि उनके कई पूर्वज इस मंदिर में पूजा पाठ करते रहे हैं. मंदिर के अंदर भगवान गणेश, हनुमान, शिव, सीता राम का मंदिर भी मौजूद है.