World Computer Literacy Day 2022: विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस हर साल 02 दिसंबर को मनाया जाता है. कंप्यूटर साक्षरता को दुनिया के सबसे कोने-कोने तक ले जाने और विशेष रूप से भारत में बच्चों और महिलाओं के बीच तकनीकी कौशल के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए कंप्यूटर साक्षरता दिवस की शुरूआत 2001 में की गई थी.
कब और किसने की शुरूआत
विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस पहली बार 2001 में एक भारतीय कंपनी, राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIIT) संस्थान की 20वीं वर्षगांठ मनाने के लिए मनाया गया था. इस दिन की शुरुआत इस अध्ययन को ध्यान में रखते हुए की गई थी जिसमें कहा गया था कि दुनिया में अधिकांश कंप्यूटर उपयोगकर्ता पुरुष हैं. ऐसे में महिलाओं और स्टूडेंट्स तक कम्प्यूटर की पहुंच बढ़ाने के लिए जागरुकता बढ़ाने की जरूरत महसूस की गई.
इतिहास और महत्व
विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस के इतिहास और इसके महत्व की जानकारी देते हुए, NIIT समूह के अध्यक्ष और सह-संस्थापक और NIIT विश्वविद्यालय के संस्थापक, राजेंद्र एस पवार ने कहा, 'विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस पहली बार 02 दिसंबर को NIIT के 20वें स्थापना दिवस पर मनाया गया था. 2001 में तत्कालीन भारतीय प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की उपस्थिति में संसद सदस्यों को कंप्यूटर पर ट्रेनिंग दी गई थी और देश भर में कंप्यूटर साक्षरता के प्रसार के प्रतीक के लिए एक डाक लिफाफे का भी अनावरण किया गया था.
उन्होंने कहा, 'यह पहल जल्द ही दुनिया भर में हजारों शिक्षार्थियों के आंदोलन में बदल गया. 40 साल पहले जब NIIT की शुरुआत हुई थी, तो हमारा लोगों और कंप्यूटरों को एक साथ लाने का एक बहुत ही सरल मिशन था, जो दशकों से लोगों को उनकी वास्तविक क्षमता का एहसास कराने में मदद करने के विषय के रूप में विकसित हुआ है.'