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ESIC मेडिकल कॉलेज में रिश्वत लेकर दी जा रही थी नौकरी, जांच के दायरे में अलवर सांसद के PS

एसीबी की टीम पिछले 3 दिनों से शहर के कई स्थानों पर दबिश दे रही थी, लेकिन गुरुवार रात में पुलिस को सफलता मिली. जब टीम ने अलवर के मत्स्य अरावली होटल से भरत पूनिया और उसके साथी को गिरफ्तार किया. एसीबी टीम ने होटल में आरोपियों के कब्जे से साढ़े चार लाख रुपए बरामद किए. 

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ACB टीम को मिली बड़ी सफलता (फोटो- आजतक)
ACB टीम को मिली बड़ी सफलता (फोटो- आजतक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नर्सिंग स्टाफ भर्ती के नाम पर वसूले जा रहे थे 1.50 से 2 लाख रुपये
  • अलवर सांसद के PS की भूमिका संदिग्ध
  • एसीबी टीम ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

अलवर जिले की ESIC मेडिकल कॉलेज में संविदा कर्मियों की भर्ती को लेकर एसीबी टीम ने अलवर अजमेर और जोधपुर में छापेमारी की है और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एसीबी टीम ने उनके कब्जे से 19 लाख 70 रुपये बरामद किए हैं. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंगसिंह, विजय सिंह, डीएसपी कमल नैन ओर सीआई रघुवीर शरण के नेतृत्व में अलवर जिले में दबिश देकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया. 

एसीबी की टीम पिछले 3 दिनों से शहर के कई स्थानों पर दबिश दे रही थी, लेकिन गुरुवार रात में पुलिस को सफलता मिली. जब टीम ने अलवर के मत्स्य अरावली होटल से भरत पूनिया और उसके साथी को गिरफ्तार किया. एसीबी टीम ने होटल में आरोपियों के कब्जे से साढ़े चार लाख रुपए बरामद किए. 

पूछताछ में भरत पुनिया ने बताया कि कंपनी का मालिक 15 लाख रुपये लेकर अजमेर निकल गया तब एसीबी की दूसरी टीम ने उसे रास्ते में पकड़ लिया. जबकि तीसरे आरोपी महिपाल को जोधपुर में गिरफ्तार किया गया है. उसके कब्जे से भी 70 हजार रुपए बरामद किए गए हैं. 

इस मामले में सांसद के निजी सचिव की भूमिका भी संदिग्ध है. निजी सचिव द्वारा भर्ती करने वाली कंपनी से 5 लाख रुपये मांगे जा रहे थे और वीवीआईपी कोटे में कुछ अभ्यर्थियों को भर्ती करवाया जा रहा था. एसीबी इस मामले की जांच करने में जुटी हुई है.
 

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इसके बाद एसीबी की टीम ने अलवर ESIC मेडिकल कॉलेज में दबिश देकर रिकार्ड जब्त कर लिया है. एसीबी के डीएसपी कमल नैन ने बताया कि होटल में कार्रावाई करते हुए भरत पुनिया को पकड़ा है. उससे अलवर से 4.50 लाख और अजमेर के गेगल से कंपनी के मालिक मिनेश भाई पटेल से 15 लाख बरामद किए हैं. जबकि तीसरे आरोपी को जोधपुर से पकड़ा है. मेडिकल कालेज में संविदा भर्ती के नाम पर आवेदकों से अवैध वसूली कर भर्ती की जा रही थी. नर्सिंग स्टाफ से 1.50 से 2 लाख रुपये भर्ती ने नाम पर वसूले जा रहे थे.

 

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