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15 दिन का नवजात, बेचने की कोशिश और साजिश का खुलासा... ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़ा दस लोगों का गैंग

हैदराबाद पुलिस के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, मासूम नवजात महज 15 दिन का है. जिसे बचा लिया गया है. नवजात शिशुओं को निःसंतान दंपतियों को बेचने की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी ने एक ऐसी दंपति से संपर्क किया था, जिनकी आर्थिक हालत बेहद खराब थी.

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पुलिस ने बच्चे को रेस्क्यू कर लिया है (सांकेतिक चित्र- Meta AI)
पुलिस ने बच्चे को रेस्क्यू कर लिया है (सांकेतिक चित्र- Meta AI)

हैदराबाद में नवजात शिशु का सौदा करने वाले गैंग का खुलासा हुआ है. पुलिस ने सोमवार को इस गैंग के लोगों को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वे एक मासूम नवजात को बेचने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस ने बच्चे को रेस्क्यू करने के साथ ही गैंग के 10 लोगों गिरफ्तार किया है. 

हैदराबाद पुलिस के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, मासूम नवजात महज 15 दिन का है. जिसे बचा लिया गया है. हैदराबाद पुलिस की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि नवजात शिशुओं को निःसंतान दंपतियों को बेचने की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी ने एक ऐसी दंपति से संपर्क किया था, जिनकी आर्थिक हालत बेहद खराब थी.

पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी ने ही उस दंपति को गरीबी से उबरने का लालच देकर अपने नवजात बच्चे को बेचने के लिए प्रेरित किया था. पुलिस उपायुक्त (टास्क फोर्स) वाई वी एस सुधींद्र ने पीटीआई को जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे के माता-पिता को 2.50 लाख रुपये देने की पेशकश की गई थी.

बाद में, आरोपियों ने ग्राहकों को खोजने के लिए दलालों और मध्यस्थों से संपर्क किया और बच्चे को बेचने के लिए एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के माध्यम से बच्चे की तस्वीर प्रसारित की. इस बात की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई.

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डीसीपी ने बताया कि सूचना के आधार पर, कमिश्नर टास्क फोर्स पुलिस, साउथ जोन ने चंद्रायनगुट्टा पुलिस के साथ मिलकर बच्चे को बेचने की कोशिश कर रहे गिरोह को पकड़ लिया और बच्चे को बचा लिया.

इसके बाद उस मासूम को सुरक्षित हिरासत के लिए बाल कल्याण केंद्र को सौंप दिया गया है. बाल न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. अभी इस मामले में आगे की जांच जारी है.
 

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